राम मंदिर निर्माण का ‘अखिल भारतीय प्लान’ तैयार
नई दिल्ली: अयोध्या के रामजन्मभूमि न्यास कार्यशाला में यू तो पिछले करीब तीन दशक से मंदिर के लिए पत्थरों को तराशने का काम चल रहा है. लेकिन राम मंदिर ट्रस्ट के गठन और मंदिर निर्माण शुरू होने की चर्चा के बीच अब यहां काफी रौनक दिख रही है. कार्यशाला में रखे तराशे गए पत्थरों की सफाई का काम शुरू हो चुका है. श्रद्धालुओं की तादाद भी यहां काफी बढ़ गई है. जय श्री राम उद्घोष के साथ श्रद्धालु मंदिर निर्माण के लिए के अब पहले से ज्यादा चढ़ावा देने लगे हैं.
राम मंदिर निर्माण की शुभ बेला आई!
रामलला के मुख्य पूजारी आचार्य सतेंद्र दास भी मानते हैं कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले और उसके बाद ट्रस्ट के ऐलान से श्रद्धालुओं में उत्सुकता काफी बढ़ गई है और अब वो पहले से ज्यादा रामलला के दर्शन कर उनका आशीर्वाद ले रहे हैं.
सबके आदर्श, जीवन को धन्य करने का मंत्र देने वाले, केवल नाम के उच्चारण से ही मुक्ति मिलने का सुकून देने वाले, कण-कण में बसने वाले प्रभु श्रीराम का वनवास अब खत्म होने वाला है. दशकों तक टेंट में रहने का दर्द मिटने वाला है क्योंकि विश्व के सबसे भव्य मंदिर बनने की तैयारी शुरू हो गई और बस कुछ महीनों की बात है.
अब ये समझिए अयोध्या में राम मंदिर निर्माण से पहले विश्व हिंदू परिषद् का क्या प्लान है.
- 25 मार्च से 9 अप्रैल तक राम महोत्सव कार्यक्रम
- 2.75 लाख गांवों में राम महोत्सव का आयोजन
- गांवों मे आयोजन के लिए समितियां बनाई गई है
- महोत्सव में राम चरित्र मानस, सुन्दरकाण्ड का पाठ
- 1989 में शिलादान करने वाले गांवों पर खास फोकस