छत्तीसगढ़

शिक्षक बने ‘शैतान’, एक गलती पर बच्चे के साथ किया ऐसा काम, जिसे जानकर रह जाएंगे हैरान

दंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा से शिक्षकों की बेरहमी का मामला सामने आया है. जहां एक मामूली सी गलती पर 4 शिक्षकों ने बच्चे के साथ ऐसा सलूक किया, जो कोई दुश्मन के साथ भी नहीं करता. मामला जावंगा एजुकेशन सिटी के डीएवी पब्लिक स्कूल का है. यहां आठवीं क्लास में पढ़ने वाले छात्र पर चार शिक्षकों ने मिलकर 200 डंडे बरसा डाले.

पीड़ित छात्र के मुताबिक, मोचन नाम के शिक्षक ने क्लास में पढ़ाते वक्त उससे सवाल किया था कि सबसे कामचोर कौन होता है? बच्चे ने जवाब में कहा कि जो आलसी होता है, वो कामचोर होता है. इसी जवाब को सुनकर शिक्षक का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया और फिर उसने छात्र के साथ बर्बरता करनी शुरू कर दी. शिक्षक ने छात्र को स्टील के स्केल से बुरी तरह पीटा. इतने से भी जब दिल नहीं भरा तो उसे घसीटते हुए प्रिंसिपल के पास ले गया. जहां प्रिंसिपल ने शिष्टाचार में रहने की नसीहत देकर छात्र को वापस भेज दिया.

बताया जा रहा है कि प्रिंसिपल के कार्रवाई ना करने शिक्षक और नाराज हो गया और लन्च ब्रेक में बुलाकर दूसरे शिक्षकों के साथ बच्चे को फिर पीटा. इस दौरान छात्र की पीठ पर करीब 200 डंडे बरसाए गए. इतना ही नहीं शिक्षकों ने छात्र को स्कूल की सभी कक्षाओं में भी घुमाया.

जानकारी के मुताबिक छात्र को बेइंतहा दर्द देने के बाद भी शिक्षकों का मन नहीं भरा. उन्होंने उसी स्कूल में कक्षा पांचवीं में पड़ने वाले छात्र के छोटे भाई को बुलाकर उससे भी डंडे पड़वाए. फिर ब्लैक बोर्ड पर नाक रगड़वा कर सॉरी लिखवाया. शिक्षकों की काली करतूत की कहानी का अंत यहीं नहीं हुआ, उन्होंने बच्चों के सामने पीड़ित छात्र को शिक्षक के पैर में गिरवाकर माफी भी मंगवाई. वहीं जब बच्चे ने यह आपबीती परिजनों को सुनाई, तो वो सीधा थाने जा पहुंचे, जहां प्रिंसिल और सम्बंधित शिक्षकों को बुलवाकर पूछताछ की गई.

इस मामले में शिक्षक गोपाल ने बताया कि हमने केवल बच्चे के साथ एक मजाक किया था. क्योंकि छात्र ने शिक्षक की कॉलर पकड़कर उसे मारने की कोशिश की थी. वहीं दो सौ डंडे मारने वाली बात से भी उने इंकार कर दिया. उसने कहा कि हमने केवल 4-5 डंडे मारे थे.