भैंसवा माता की निकली पालकी माता ने दिया भक्तों को दर्शन,
सारंगपुर। (देवराज सिंह चौहान) समीप्रस्थ ग्राम भैंसवा माताजी में पहाड़ी पर विराजमान शक्ति पीठ बीजासन के दरबार भैंसवा माताजी में रविवार पूर्णिमा के अवसर पर माता की पालकी निकाली गई। प्राप्त जानकारी अनुसार बसन्त पंचमी से प्रारम्भ हुए भैंसवा माताजी मेले में जो कि लगातार एक माह चलता है मेला बारवी शताब्दी से माता बिजासन की यह पालकी निकालने की परंपरा चलती आ रही है।इसके संकेत यह देवास रियासत से प्राप्त ताम्रपत्र के द्वारा की गई नियुक्ति से मिलती है ।
पूर्णिमा के पावन अवसर पर आस्था, विश्वास ,उमंग से सराबोर माता के भक्तों का यह जनसैलाब का संगम देखने को मिला परम्परा अनुसार पहाड़ी पर स्थित माता के मुख्य मंदिर से माता बिजासन अपने भक्तों के हाल चाल जानने व उनको आशीर्वाद देने पालकी में सवार होकर निकली ।
जिसमे लाखों श्रद्धालुओं ने माता के दर्शन किए।
दो किलोमीटर के क्षेत्र में चल समारोह के रूप में निकली पालकी में रियासत काल से ही किन्नरों का नृत्य आकर्षक का केंद्र रहता है माता डोली के दर्शन के साथ महिला पुरुष माता की डोली में नृत्य प्रस्तुत करने वाले किन्नरों से आशीर्वाद प्राप्त करने को भी आतुर रहते है बताया जाता है कि पूर्णिमा की रात को माता की पालकी में आने वाले किन्नरों से मिलने वाले आशीर्वाद से भक्तो की सभी मन्नते पूर्ण होती है ।
डोली में राजस्थान के झालावाड़ सहित जिला केंद्र राजगढ़ से किन्नर गुरु रुपाली अपने चेलों मधु किन्नर, रोशनी किन्नर के साथ माता की डोली में अपनी अरदास लगाने आते है ।
किन्नर गुरु रुपाली ने बताया कि यह मंदिर हमारे गुरु को रियासत में मिला था हमारे राजगढ़ किन्नर घराने की पीढ़ियों ने यह पूर्णिमा को नृत्य किया है इस दिन हम जहा भी हो पूनम के दिन माता के दरबार में आते ही है।
करीब आठ घण्टे यह चल समारोह सतत चला अपने तेरह विश्राम स्थानों पर विश्राम करते हुए पालकी रात चार बजे नगर में स्थित माता मंदिर पहुंची रातभर चले इस भक्ति मय आयोजन में करीब एक लाख के आसपास श्रद्धालु शामिल हुये काफी तादाद में यह हजारो महिला भक्तों का हुजूम भी उमड़ता हुआ देखने को मिला ।
पालकी के साथ टूरिंग सिनेमा ,झूला ,सर्कस ,जादू के भी लुफ्त भक्तो ने उठाये बच्चो के लिए छोटे बड़े दर्जनभर झूले यह लगे है ।
ट्रेक्टर ट्रालियों एवं चार पहिया वाहनों के माध्यम से आने वाले यात्री रात भर पालकी चल समारोह व मेले में घूमते नजर आए ।
प्राचीन भैंसवा माताजी मंदिर में विराजित माता बिजासन की जो मूर्ति यह विराजित है किदवंती है कि यह विग्रह में विराजित माता की स्वंयम्भू है ।
माता बिजासन धरती से प्रकट हुई है मन्दिर के बाहर माता के हाथ बड़ी गादी पर निकले है ।
यह पर निसन्तान दम्पति को भी सन्तान प्राप्ति का वरदान मिलता है गोबर से बनाये जाने वाले उल्टे स्वास्तिक से पटी दीवारों पर सन्तान प्राप्ति पश्चात वही दम्पति पुनः सीधा सिंदूर से करती है हजारो सीधे स्वास्तिक भी इस बात की पुष्टि करते है कि यह से हजारों निसन्तान घरों में सन्तान प्राप्ति से घर जगमगाते है ।
मेले में सुरक्षा के चाक चौबंद प्रबंध उपद्रवियों पर किया मामला दर्ज,
माता के दर्शन को आने वाले भक्तों की सुरक्षा व्यवस्था के पुलिस विभाग द्वारा व्यापक इंतजाम किए गए जहां जिला पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने कंट्रोल रूम से सतत जानकारियां ली वही एसडीओपी पदमसिंह बघेल ने मेले में आकर मोर्चा संभाला वही मेला प्रभारी एस, एस मुजाल्दे ने पूरी पहाड़ी क्षेत्र सहित मेला व पालकी में सुरक्षा की दृष्टि से सतत भृमण किया।वही पुलिस से मिली जानकारी अनुसार पालकी में चिराग सोनी,ऋतुराज पाटीदार सहित अन्य के द्वारा पुलिस से अभद्रता कर माहौल खराब करने की कोशिश की लेकिन पुलिस की सतर्कता से उनके मनसूबे सफल नही हो पाए और धारा 353,332,294,506,34 सहित एससी एसटी एक्ट के तहत थाना लिमचौहान में मामला दर्ज किया गया।इस दौरान उपनिरीक्षक अमित त्यागी व सहायक उपनिरीक्षक सुनील कुमार तन्त्वाय प्रधान आरक्षक आनंदीलाल भिलाला की सुरक्षा में विशेष भूमिका रही ।
जिला पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार शर्मा द्वारा सुरक्षा के पुख्ता बन्दोबस्त हेतु पचोर , ब्यावरा ,बोड़ा ,तलेन ,खुजनेर ,छापीहेड़ा ,जीरापुर ,व सारंगपुर थानों से अतिरिक्त पुलिस बल लगाया गया था ।
मंदिर विकास हेतु जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में ट्रस्ट कार्य करता है ।
पालकी भृमण के दौरान व्यापक व्यवस्थाओ की कमान एसडीएम एस,एल, सोलंकी ने खुद अपने हाथों में ले रखी थी,नायब तहसीलदार कन्हैयालाल चौहान , भी सतत निगरानी करते रहे राजस्व विभाग हल्का पटवारी राधेश्याम भिलाला सहित करीब तीस पटवारी व चालीस कोटवारों की ड्यूटी लगाई गई थी ।
पुजारी ,,सूरजसिंह नागर ,नारायणसिंह पंडाजी ,दुर्गेश नागर कलाली ,मुकेश पंडाजी ,सूरजसिंह पण्डाजी कलाली ,घनश्याम भिलाला ,सहित पुजारी परिवार ने डोली की विशेष साज सज्जा की वही पूर्व विधायक गौतम टेटवाल ,जनपद अध्यक्ष उपेंद्र छावरी , ट्रस्ट समिति वरिष्ट सदस्य रामचन्द्र नागर , महेश नागर ,राजेश भंडारी ,ओम पाठक , कन्हैयालाल नागर पंडाजी भेरू बाबा ,बाबूलाल नागर, सन्दीप पटेल ,अखिलेश जोशी ,जीतमल दीवान ,पत्रकार नीरज नागर ,गोविंद विश्वकर्मा सहित ग्रामीणों ने डोली को कंधा दिया ।