बच्चों का लैंगिक योन शोषण से संरक्षण अंतर्गत प्रशिक्षण आयोजित
भविष्य के नेनिहालों का संरक्षण करना शिक्षकों की महत्वूपर्ण जिम्मेदारी
नीमच। महिला एवं बाल विकास विभाग की समेकित बाल संरक्षण योजना अंतर्गत बालकों के लैंगिक योन शोषण से संरक्षण विषय पर जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री संजय कुमार भारद्वाज के मार्गदर्शन में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान नीमच में अध्ययनरत छात्राध्यापकों हेतु जागरूकता सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम अधिकारी श्री भारद्वाज में अपने उदबोधन में कहा कि बाल संरक्षण हेतु बच्चों, अभिभावकों में जागरूकता लाने में शिक्षक की महत्वूपर्ण भूमिका होती है, शिक्षक ही राष्ट्र निर्माता है, हमारे नेनिहालों के भविष्य का संरक्षण शिक्षकों की मूल नैतिक जिम्मेदारी है महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बच्चो एवं महिलाओं के विकास के लिए कई प्रकार की योजनाऐं चलाई जा रही है जिनका लाभ आप छात्राध्यापकों के माध्यम से समाज के लोगो को मिले, आपका योगदान आवश्यक है। प्रशिक्षक जिला बाल कल्याण समिति के पूर्व अध्यक्ष श्री प्रवीण शर्मा, परामर्शदाता श्री पवन कुमरावत, प्रशिक्षक श्री प्रहलाद सेन ने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा चलाये जा रहे बाल संरक्षण अभियान के बारे में बताया साथ ही भारत सरकार द्वारा बच्चों के लैंगिक यौन संरक्षण अधिनिय 2012, बाल कल्याण समिति एवं चाईल्ड लाईन 1098 के विषय में जानकारी दी गई तथा बच्चों के साथ होने वाली छेडछाड, लैंगिक अनैतिक कृत्य्, दुराचार, अशलील साहित्य प्रदर्शन, बलात्कार जैसी महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में विस्तार से समझाया एवं बताया कि किस प्रकार, हमें किन-किन लोगो से सावधान रहना चाहिए, हम अपने बच्चों का संरक्षण कैसे कर सकते है एवं कानून में इसके लिए क्या -क्या प्रावधान है। इस अवसर पर डाईट प्रभारी प्राचार्य श्री सी पी शर्मा, व्याख्याता श्रीमती इंदिरा लौहार, श्रीमती ऋचा जायसवाल, समर्पण फाउण्डेयशन के सामाजिक कार्यकर्ता श्री ताराचंद पाईवाल एवं समस्त छात्राध्यापकों ने उपस्थित रहकर प्रशिक्षण में सहभागिता की। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार श्री पवन कुमरावत ने किया।