प्लॉवर फेस्ट में लोगों ने जानी बीमारियों को जड़ी-बूटी से ठीक करने की जानकारी
कोटा: जिले में तीन दिवसीय प्लॉवर फेस्ट चंबल बायोडायवर्सिटीका आयोजन किया गया. लोगों ने यहां न केवल 200 तरह की फूलों की अलग-अलग क़िस्म के बारे में जाना बल्कि लोगों को प्रकृति की बेशकीमती संपदा से रूबरू होने का मौका मिला. यहां लोगों को उन जड़ी-बूटियों के बारे में जानकारी मिली, जो असाध्य से असाध्य रोग को मिटाने में सक्षम हैं.
पुरातन काल में बड़ी से बड़ी बीमारियों को ठीक करने के लिए जड़ी-बूटी और पेड़-पौधों का ही सहारा लिया जाता था. आज इक्कीसवीं सदी में धीरे-धीरे लोग एक बार फिर इन जड़ी-बूटियों के नज़दीक पहुंच रहे हैं. वे न केवल इनके बारे में जान रहे हैं बल्कि इनके फायदों को जान इन्हें अपना भी रहे हैं.
मौका कोटा में चंबल बायोडायवर्सिटी के आयोजन का था. जिला प्रशासन की ओर से करवाए गए इस आयोजन में फूलों ने न केवल अपने रंग बिखेरे बल्कि ख़ुशबू भी दूर-दूर तक पहुंची. इसके साथ लोगों को मौक़ा मिला, उस पूरी संपदा, उस प्रकृति के ख़ज़ाने को जानने का, जो कि जंगल के अंदर बिखरी पड़ी है. वो कहीं न कहीं, किसी न किसी रूप में हमारे बीच है तो सही लेकिन हम उससे अनजान हैं. ऐसी ही तरह की अलग अलग जड़ी-बूटी की 70 तरह की क़िस्मों के बारे में चंबल बायोडायवर्सिटी के इस आयोजन में हज़ारों लोगों ने जाना. उनके फ़ायदों को जाना.
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200 तरह के फूलों के बीच ऑर्गेनिक वेजिटेबल और जड़ी-बूटी के भंडार ने लोगों को कई दवाइयों के बारे में जागरूक किया.