तीन बच्चों की असामयिक मौत, बस्ती में भय का माहौल
कोटा: राजस्थान की कोचिंग सिटी कोटा के बसंत विहार स्थित उड़िया बस्ती में दो माह में तीन बच्चों की असामयिक मौत का मामला सामने आने से बस्ती में भय का माहौल है. बच्चों के परिजनों का कहना है कि बच्चों की मौत के बाद उनका शव नीला पड़ गया था. इसके बाद कई परिवारों ने बच्चों को बस्ती से कहीं ओर भेज दिया है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि उड़िया बस्ती में कई घरों की पानी की पाइपलाइनें नालों से होकर गुजर रही है. इनमें लीकेज होने से गंदा पानी भी घरों तक पहुंच रहा होगा. नालों को भी देखकर लगता है कि इनकी बरसों से सफाई नहीं हुई है. बस्ती में गंदगी का आलम है. इससे बुखार-उल्टी-दस्त फैलने का अंदेशा बना है, लेकिन नगर निगम और चिकित्सा विभाग बेखबर बना है.
बस्ती की निवासी कृष्णा दुर्गा ने बताया कि यहां रहने वाले हिमांशु मगराज (13), सिमरन मगराज (11) और बिट्टू बाग (11 ) की असामयिक मौत हो गई. मृतक बच्चों में एक-भाई बहन शामिल हैं. बच्चों को अचानक उल्टी-दस्त हुए फिर बुखार हो गया था और 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि उनकी मौत हो गई. बच्चों के शरीर नीले पड़ गए थे.
हिमांशु और सिमरन की तो 12 दिन के अंदर ही मृत्यु हुई. परिजन तलवंडी स्थित निजी अस्पताल भी लेकर गए, लेकिन डॉक्टरों ने बीमारी के बारे में कुछ नहीं बताया. इसे लेकर बस्ती के लोगों में भय का माहौल है. डर के मारे कई बच्चों को रिश्तेदारों के यहां छोड़ रखा है. उधर, बस्ती में बच्चों की मौतों के बावजूद चिकित्सा विभाग बेखबर है.
कांग्रेस नेता महेश आहूजा को जब इसका पता चला तो वे खुद बस्ती में पहुंचे और लोगों से मामले की जानकारी ली. उन्होंने जलदाय विभाग अधिकारियों को बुलाकर पानी के सैंपल दिलवाए.
नेता जी ने सीएमएचओ भूपेंद्र सिंह तंवर को फोन किया, लेकिन उन्होंने फोन रिसिव नहीं किया. आहूजा ने नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सतीश को मामले से अवगत करवाया, जिस पर स्वास्थ्य अधिकारी ने बस्ती में नाले-नालियों की सफाई करवाने का आश्वासन दिया.