मौसम ने बदली करवट, लौटी ठंड
सारंगपुर। पिछले कुछ दिनों से मौसम रोजाना करवट बदल रहा है। गुरुवार को सुबह लगा कि धूप निकलेगी, दिन खुशनुमा होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दिन में हवाएं चलने के साथ ही आसमान बादलों से घिर गया, बूंदाबांदी भी हुई। जिससे एक बार फिर ठंड लौट आयी है। इससे लोग गर्म कपड़ों से ढके नजर आए। बाजारों से रौनक और आफिसों में फरियादी नजर नहीं आए।
सुबह से ही खराब हुए मौसम के कारण जहां शीत लहर चलती रही, वहीं रिमझिम बारिश के कारण सड़कों पर चिपचिप हो गई। आफिसों में फरियादी भी नदारद दिखे। लिपिकों ने पेंडिंग काम आसानी से निपटाए। बाजारों में सुबह जो भीड़ और चहल-पहल नजर आई वह मौसम बिगड़ने के साथ ही खत्म होती गई। ठेले-खोमचे वालों को पन्नियों को सहारा लेना पड़ा।
गेहूं के लिये लाभकारी है मौसम
कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार गेहूं फसल के लिए यह मौसम बेहद अनुकूल है। हल्की बरसात से पौधों के पत्ते धुलेंगे और उनको मौसम खुलने पर सूर्य की रोशनी फायदा पहुंचाएगी। मावठे का पानी गेहूं के लिए बेहद लाभकारी है। इससे पौधों को नाइट्रोजन मिलेगी।
आलू को झेलना पड़ेगा नुकसान
जो लाही खेतों में खड़ी है उस पर विपरीत प्रभाव नहीं है लेकिन जो फसल काट ली गई है उसके नुकसान की आशंका है। इससे तेल खराब और स्वास्थ्य के लिए नुकसान दायक होगा। इसी प्रकार आलू के खेतों में किसानों ने जिन पौधों के पत्ते छांट दिए हैं। उनके तनों के जरिए पानी कंद तक पहुंचेगा और स्टोरेज करने के लायक आलू नहीं रह जाएगा। स्टोरेज के दौरान आलू सड़ भी सकता है।