विजयादशमी पर पारम्परिक सामूहिक शस्त्र पूजन का आयोजन किया
उज्जैन – अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा उज्जैन द्वारा स्थानीय मायापति हनुमान मंदिर, सामाजिक न्याय परिसर प्रागंण आगर रोड पर विजयादशमी पर पारम्परिक सामूहिक शस्त्र पूजन का आयोजन किया गया।
यह जानकारी अ0 भा0 क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष बलवीर सिंह पंवार ने दी आपने बताया की विगत बीस से अधिक वर्षो से क्षत्रिय महासभा द्वारा यह कार्यक्रम आयोजित किया जाता है समारोह के मुख्य अतिथि पुलिस महानिरिक्षक डँा. रमन सिंह सिकरवार थे। अध्यक्षता ठा. भेरूसिंह चौहान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अ0 भा0 क्ष0 महासभा ने की, विशिष्ट अतिथि के रूप में कर्नल आर0 के0 सिंह, राजेश सिंह कुशवाह राष्ट्रीय महामंत्री, शिवसिंह परिहार राष्ट्रीय संगठनमंत्री एवं प्रवक्ता, अंगद सिंह भदौरिया राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, वयोवृद्ध समाजसेवी ठा. रणजीतसिंह जादौन (महाकाल बाबा), श्रीमती उपमा चौहान प्रदेशाध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ व पार्षद निशा सेंगर आदि उपस्थित थे।
उपस्थित सैकड़ो क्षत्रियों व क्षत्राणियों ने शस्त्र पूजन किया क्ष़ित्रय राजपूत समाज के पुरोहित पं0 राजकुमार तिवारी व पं0 नरेश त्रिपाठी ने शास्त्रोक्त विधि विधान से शस्त्र पूजन कराया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हूए आई0 जी0 डाँ. रमन सिंह सिकरवार ने कहा की आज दशहरे का दिन असत्य व बुराई पर सत्य व अच्छाई की विजय के रूप में मनाया जाता है राम ने रावण का अंहकार तोड कर उसका वध किया था क्षत्रिय होने के नाते हम सबको यह प्रयास करना चाहिए की प्रभु श्री राम के जीवन की अच्छाईयों के कुछ अंश हमारे भीतर भी आए।
विशिष्ट अतिथि कर्नल आर0 के0 सिंह ने कहा की क्षत्रियों ने सदैव मातृभूमि, समाज, देश व निरिहनिर्बल लोगों की रक्षा हेतू शस्त्र उठाएॅ है क्षत्रिए आज भी अपने देश की रक्षार्थ सेना व पुलिस में जाने हेतू तैयार रहता है अब नवीन पीढ़ी को भी जागरूक करने का समय आ गया हें वर्तमान में शस्त्र के साथ शास्त्र का ज्ञान भी आवश्यक है। समारोह के अध्यक्ष ठा. भेरूसिंह चौहान वर्तमान में समाज में व्याप्त पाश्चात्य खुलेपन पर चिंता व्यक्त करते हूए कहा कि आज दिशाहीन होकर भटकर रही नई पीढ़ी को दिशा देने का कार्य भी क्षत्रियों को ही करना होगा।
अतिथियों का स्वागत अर्जून सिंह राठौर, विजय सिंह भदौरिया, रामप्रताप सिंह राठौर, रामसिंह जादौन, प्रकाश सिंह कुशवाह, गजेन्द्र सिंह सेंगर, अरूण कुमार सिंह, श्याम सिंह सिकरवार, श्रीमती आशा सेंगर, मीरा सिंकरवार, राजकुमारी दिखित, शकुन्तला कुशवाह, उमा भदौरिया आदि ने कीया।