जबलपुर

कांग्रेस एक परिवार विशेष से मुक्त होने वाली नहीं: राकेश सिंह

जबलपुर। कभी भी गांधी परिवार राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद अपने परिवार से बाहर नहीं जाने देगा। जबकि राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर पिछले 78 दिन कांग्रेस में चिंतन-मनन, रूठने-मनाने और इस्तीफों का दौर चला और आखिरकार ढाक के तीन पात आकर निर्णय हो जाता है। कांग्रेस केे राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर जो निर्णय हुआ है, इसमें कुछ नया नहीं है। आम जनता को पहले से ही यह पता था कि इस पद पर गांधी परिवार का व्यक्ति ही काबिज होगा। कांग्रेस एक परिवार विशेष से कभी भी मुक्त होने वाली नहीं है। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री राकेश सिंह ने जबलपुर में मीडिया से चर्चा के दौरान कही। प्रदेश अध्यक्ष श्री राकेश सिंह रविवार को  पुर में संभागीय बैठक में शामिल होने पहुंचे थे। कांग्रेस में चलेगा प्रसंग का दौर उन्होंने कहा कि कांग्रेस में अब प्रसंग चलेगा कि राष्ट्रीय  क्ष को लेकर राहुल गांधी का मान मनोव्वल किया, लेकिन वह नहीं माने। फिर मजबूरन सोनिया गांधी से आग्रह किया गया कि वह कांग्रेस की बागडोर संभालें। फिर यह कहा जाएगा कि उन्होंने भी इस पद के लिए पहले मना किया फिर वरिष्ठ कांग्रेसियों ने पुनः उनसे विनती की तब जाकर उन्होंने सोचने के लिए 1 दिन का समय मांगा और अंततः वह न चाहते हुए भी इस पद के लिए मान गईं। कुल मिलाकर इस तरह की बातें अब फैलाई जाएंगी। एक परिवार के बाहर सत्ता और पार्टी की बागडोर जाने देना नहीं चाहती कांग्रेस श्री राकेश सिंह ने कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी का अस्तित्व आज खुद की गलत नीतियों के कारण संकट मंे है। पिछले ढाई माह से नेतृत्वहीन अवस्था से गुजरनेे के बाद फिर आकर वहीं परिवार विशेष को लेकर निर्णय ले लिया जाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस व्यक्तिवादी रंपरा का संवाहक रही है। कांग्रेस के साधारण कार्यकर्ता इस पद पर आसीन नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता भाजपा को कतंत्र की सीख देते हैं। लेकिन दुर्भाग्य यह है कि कांग्रेस का आंतरिक लोकतंत्र ही खतरे में है। आजादी के 56 साल बाद भी कांग्रेस एक परिवार के बाहर न सत्ता जाने देना चाहती है और न पार्टी की बागडोर जाने देना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि अंतरिम अध्यक्ष के बाद कांग्रेस का गामी अध्यक्ष भी गांधी परिवार से ही होगा।