अयोध्या केस में फैसले से पहले पुलिस ने कसी कमर, 72 उन्मादियों को भेजा जेल
अयोध्या मामले में आने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले उत्तर प्रदेश पुलिस की तैयारियां जोरों पर हैं. सोशल मीडिया तथा शरारती तत्वों पर कड़ी नजर रखी जा रही है और 72 लोगों को जेल भी भेजा जा चुका है।
- फैसले से पहले तैयारी में जुटी उत्तर प्रदेश पुलिस
- संवेदनशील मैसेज पर स्पेशल टीम रखेगी नजर
- मॉनिटरिंग के लिए DGP मुख्यालय पर टीम बनी
अयोध्या मामले में आने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले उत्तर प्रदेश पुलिस की तैयारियां जोरों पर हैं. सोशल मीडिया तथा शरारती तत्वों पर कड़ी नजर रखी जा रही है. माना जा रहा है कि देश की सबसे बड़ी अदालत अगले हफ्ते तक राम मंदिर को लेकर अपना फैसला सुना सकती है।
सोशल मीडिया पर निगरानी की मॉनिटरिंग के लिए डीजीपी मुख्यालय पर टीम का गठन किया गया है. आईजी साइबर क्राइम अशोक कुमार सिंह की निगरानी में टीम गठित की गई है।
सोशल मीडिया पर खास नजर
राज्यस्तरीय टीम में 12 से 14 सब इंस्पेक्टर को रखा गया है. ये सोशल मीडिया पर ऐसे लोगों की पहचान करेंगे जिन्होंने फेक आईडी बना रखी है और उससे जरिए संवेदनशील मसलों पर मैसेज भेजते हैं।
पुलिस आईपी एड्रेस के जरिए ऐसे लोगों तक पहुंचेगी. बीते 15-20 दिनों में सोशल मीडिया पर उन्माद फैलाने के आरोप में 72 लोगों को जेल भेजा जा चुका है।
इस पर लगाम लगाने के लिए पहले सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट करने वालों को डिजिटल वॉलंटियर चेतावनी देंगे. उसके बावजूद गड़बड़ी करने पर कार्रवाई की जाएगी।
भगवा ड्रेस में आतंकी
सिर्फ सोशल मीडिया ही नहीं नेपाल की सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के इलाके में 7 आतंकियों के दाखिल होने की खुफिया जानकारी के बाद में उत्तर प्रदेश हाईअलर्ट जारी कर दिया गया. समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक अयोध्या जमीन विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का बहुप्रतीक्षित फैसला आने से कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश में 7 आतंकवादियों की घुसपैठ की जानकारी मिली है।
इस खुफिया सूचना के बाद पुलिस ने होटल, धर्मशाला, बस अड्डे और रेलवे स्टेशनों पर कड़ी चौकसी कर दी है. होटल मालिकों को आगंतुकों को कमरा देने से पहले पूरी पड़ताल करने को कहा गया है. बता दें कि अयोध्या मामले में सुनवाई पूरी हो गई है और इस केस में अब फैसला आने वाला है।