उज्जैन

आयुक्त श्री ऋषि गर्ग ने किया वीर दुर्गादास छत्री का निरीक्षण

उज्जैन: (देवराज सिंह चौहान) यह शहर सांस्कृतिक, साहित्यिक, पौराणिक धरोहरों को अपने आप में समेटे हुए एक धार्मिक, ऐतिहासिक महत्व का शहर है, इसमें समाहित प्राचीन स्मारकों के अस्तित्व को संरक्षित और संधारित करने की आवश्यकता है।
निगम अधिकारियों को निर्देशित करते हुए यह बात नगर निगम आयुक्त श्री ऋषि गर्ग ने कही। वीर दुर्गादास की छत्री स्मारक स्थल निरीक्षण के दौरान आपने इस स्थल के एतिहासिक महत्व पर चर्चा की और अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस स्थल सहित इस प्रकार के अन्य स्थलों का सूक्ष्मता के साथ निरीक्षण और अध्ययन किया जाए तथा इनके संधारण के विषय में विशेष योजनाएं तैयार की जाएं।
आयुक्त श्री ऋषि गर्ग ने वीर दुर्गादास छत्री के सम्बंध में निर्देशित किया कि इसकी बाउण्ड्रीवाल, फ्लोरिंग, स्मारक स्थल के प्राचीन स्वरूप को यथावत रखते हुए विशेष रंगाई पुताई, मरम्मत, परिसर में उद्यान विकास, शौचालय और पेयजल की उपलब्धता, आकर्षक विद्युत व्यवस्था इत्यादि के लिये विस्तृत योजना प्रस्तुत करें। स्थल पर नदी की ओर वाले क्षैत्र में अपेक्षित कांक्रीट कार्य कराया जाए ताकि मिट्टी धंसने की आशंका ना रहे।
सदावल फीकल ट्रीटमेंट प्लांट और डाॅग हाउस का निरीक्षण करते हुए आयुक्त ने कहा कि इस क्षैत्र के विस्तार और विकास पर विचार किया जाए। इन स्थलों से लगी उपयोगी भूमि के सिलसिले में भी योजना बनाएं। फीकल ट्रीटमेंट प्लांट से जोड़कर निगम के कौन से प्रोजेक्ट इन स्थलों पर स्थापित किये जा सकते हैं इस पर भी विचार किया जाए।