पटवारी संघ सोनकच्छ ने दिया जिलाधीश को ज्ञापन
देवास। (देवराज सिंह चौहान) मध्यप्रदेश पटवारी संघ सोनकच्छ ने अनुविभागीय अधिकारी द्वारा सोनकच्छ तहसील के पटवारियों से अभद्रता तथा द्वेषतापूर्ण नियम विरूद्ध कार्यवाही करने को लेकर जिलाधीश को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया कि तहसील सोनकच्छ मे 03 फरवरी को बैठक का आयोजन किया गया था जिसकी सुचना वाटसअप के माध्यम से दापहर 12.30 बजेे लगभग दी गई थी कि 2.00 बजे बैठक का आयोजन जनपद सभाकक्ष मे रखा गया है। उस समय अधिकतर पटवारी अपने कार्यक्षैत्र मे कार्यरत थे। उक्त स्थिति मे वे 2 बजे बैठक मे उपस्थित नही हो सके। बैठक मे अनुपस्थिति की दशा मे 12 पटवारीयो का 7 दिवस का वेतन काटा गया है जो कि अन्यायपूर्ण है। जबकि 12 मे से कुछ पटवारी उस दिन अवकाश पर थे। फिर भी उनका वेतन काटा गया है। वेतन काटने संबंधी आदेश निरस्त किया जाए। जिन 12 पटवारियो का वेतन काटा गया है उन्हे युक्तिसंगत सुनवाई का अवसर भी नही दिया गया। 12 मे से अधिकतर पटवारियो का मुआवजा संबंधी, सीएम हेल्पलाईन एवं पीएम किसान संबंधी कार्य लगभग पुर्ण है। एवं शेष कार्य को पूर्ण करने के उद्देश्य से ही उक्त पटवारी अपने कार्यक्षेत्र मे कार्यरत थे। लेकिन फि र भी वेतन संबंधी कटौती करना पूर्वाग्रह से ग्रसित एवं द्वेषतापूर्ण है। पटवारी राधेश्याम गोयल तहसील सोनकच्छ का निलम्बन आदेश निरस्त किया जाकर उन्हें पुन: बहाल किया जाए। अनुविभागीय अधिकारी के द्वारा पटवारियो पर सीएम हेल्पलाईन के संबंध मे दबाव बनाया जाता है कि शिकायतकर्ता से मोबाईल छीनकर शिकायत बंद करवाई जाये जो कि नियमानुसार एव उचित नही है। सीएम हेल्पपाईन मे पटवारियो के तर्क संगत प्रतिवेदन के आधार पर शिकायत को समाप्त किया जाए। अनुविभागीय अधिकारी के द्वारा आयोजित बैठको मे पटवारियो को सेवा समाप्त की धमकी दी जाती है तथा अभद्रतापूर्ण व्यवहार किया जाकर अपशब्दो से लज्जित किया जाता है। जो कि पटवारियो के प्रति कतई व्यवहारिक नही है।ज्ञापन में मांग की गई है कि अनुविभागीय अधिकारी को निर्देशित किया जावे कि वे 12 पटवारियो का वेतन कटौती संबंधी आदेश निरस्त कर पटवारी राधेश्याम गोयल का निलंबन आदेश निरस्त करें तथा उपरोक्त बिन्दुओ के आधार पर पटवारियो की समस्याओ का निराकरण किया जावे।