मॉब लिंचिंग केस में 5 आरोपी गिरफ्तार, पुलिस कर्मियों पर भी गिरी गाज
धार:(देवराज सिंह चौहान) मनावर के खरिकिया गांव में 6 किसानों के साथ हुई मॉब लिंचिंग मामले में एसआईटी ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस मामले में 5 पुलिस कर्मियों को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के कारण सस्पेंड कर दिया गया है. आपको बता दें कि मॉब लिंचिंग की इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. घायलों का इंदौर के चोइथराम अस्पताल में इलाज चल रहा है.
स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट गुरुवार सुबह घायलों से मिलने पहुंचे. उन्होंने इस घटना को मानवता को शर्मसार करने वाला बताया. उन्होंने कहा कि घायलों का इलाज प्रदेश सरकार अपने खर्चे पर करवाएगी. कमलनाथ सरकार ने मृतक के परिजनों को को दो लाख रुपए की सहायता राशि दिए जाने की घोषणा की है. एसआईटी ने मॉब लिंचिंग की घटना का वीडियाे देखकर 40 से ज्यादा लोगों को चिह्नित किया है.
जानिए क्या थी यह पूरी घटना
उज्जैन जिले के लिंबा पिपलिया गांव के पांच खेत मालिकों ने खड़किया के अवतार सिंह, राजेश, जामसिंह, सुनील और महेश को मजदूरी के लिए रखा था. इनको खेत मालिकों ने 50-50 हजार रुपए एडवांस भी दिए थे. कुछ दिन मजदूरी के बाद ये लोग भाग गए. बकाया राशि लेने के लिए खेत मालिक जगदीश, नरेंद्र, विनोद और ड्राइवर गणेश दो कारों में सवार होकर बुधवार सुबह खड़किया पहुंचे थे.
ग्रामीणों ने पत्थरों से उन पर हमला कर दिया. ये सभी अपनी जान बचाकर मनावर के बोरलाय गांव पहुंचे. ग्रामीणों ने फोन कर गांव में अफवाह फैला दी कि ये सभी बच्चा चोरी कर भागे हैं. हाट बाजार होने से बोरलाय में काफी भीड़ थी. भीड़ ने इन सभी की गाड़ियां देखते ही लाठी और पत्थरों से उन पर हमला कर दिया.
करीब 500 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने इन सभी को बेरहमी से पीटा. कार चालक गणेश (38) को बड़वानी रेफर किया गया, जहां उपचार के दौरान मौत हो गई. जगदीश (45), नरेंद्र (42), विनोद (43), रवि (38) को इंदौर के एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया है. रवि की हालत गंभीर बनी हुई है.