ट्रैफिक सिग्नल पर हॉर्न बजाने वाले हो जाएं सावधान, मिल सकती है ये सजा
मुंबई: ट्रैफिक सिग्नल पर हॉर्न बजाने वालों के लिए मुंबई पुलिस ने एक ऐसा कदम उठाया है जिससे पूरे देश में इसकी सराहना हो रही है. ये तारीफ ट्रैफिक पुलिस के साउंड पॉल्यूशन को रोकने के लिए उठाए गए कदम को लेकर है. पुलिस ने 1 मिनट 53 सेकेंड का एक वीडियो बनाया है, उसमें बताया गया है कि ट्रैफिक सिग्नल पर जितना ज्यादा हॉर्न बजाया जाएगा उसे उतना ही इंतजार करना पड़ेगा.
प्रयोग के तौर पर कुछ सिग्नल पर 85 डेसिबल मीटर लगाया गया है. सिग्नल पर जितना ज्यादा हॉर्न बजाया जाएगा, उतना ही ज्यादा सिग्नल को ग्रीन होने में टाइम लगेगा. अगर 85 डेसिबल से ज्यादा हॉर्न बजा तो ग्रीन लाइट का इंतजार और 1.30 मिनट के लिए बढ़ जाएगा. पुलिस के इस प्रयास की अब सराहना हो रही है.प्रयोग के तौर पर मरीन ड्राइव, पेडर रोड, हिंदमाता, हाजी अली और बांद्रा टर्नर रोड पर इन डेसिबल मीटर्स को लगाया गया था. लोगों को जागरूक करने के लिए इसके वीडियो को ट्विटर पर पोस्ट किया गया. सोशल मीडिया पर इसे काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है.
अब बेंगलुरू पुलिस को भी ये आइडिया अच्छा लगा है और अब उसे लागु करने की बात की जा रही है. बता दें कि मुंबई में वाहनों की संख्या ज्यादा है. इसलिए ट्रैफिक बहुत धीमी रफ्तार से चलता है. ट्रैफिक सिग्नल पर तो लंबी लाइन लग जाती है. ऐसे में हर किसी को जल्दी रहती है और वह बिना सोचे समझे हॉर्न बजाता जाता है.
बीते दो सालों मे यानी साल 2018 में 149 और 2019 में 460 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज हुए हैं. यानी पिछले दो साल में बिना वजह हॉर्न बजाने को लेकर 609 मामले दर्ज किए गए हैं. दुनिया के सबसे ज्यादा ध्वनि प्रदुषण वाले शहरों मे मुंबई का नाम भी शामिल है. पुलिस की इस पहल से हॉर्न बजाने वालों की संख्या कम हुई है और ये मुंबई वालों के लिए राहत भरी खबर होगी.