उज्जैन देश

मराठा समाज ने राजमाता जीजाबाई की जयंती मनाई

उज्जैन। समस्त मराठा अपनी राजमाता जीजा बाई की (जिजाऊ) जयंती आयोजित कर उस मातृशक्ति को आपनी सादरांञली पुष्प अर्पण की। मिशन द्वारा भी अपनी मासिक बैठक में उस मातृशक्ति के चरणों में पुष्पांजली अर्पित की। सर्व प्रथम यशवंतराव पवार  से. नि. पुलिस उपअधीक्षक व अशोक थोरात (पूर्व अध्यक्ष क्ष.म.स. उज्जैन द्वारा माल्यार्पण कर जिजाऊ के मातृकौशल्य पर प्रकाश डालते हुए अपने विचार रखे। श्री पवार द्वारा जिजाऊ की दूरदर्शिता की प्रशंसा करते हुवे कहा कि कुशल राजनीतिज्ञ की तरह आपने अपने शिवा को उचित मार्गदर्शन व कुशल सलाहकार की तरह प्रोत्साहित किया।
सूर्यकांत थोरात द्वारा भी जिजाऊ द्वारा शिवा को मातृत्व की निर्मलता व कर्तव्य पालक सी कठोरता के साथ धार्मिक आचरण व मातृशक्ति के आदर के लिये संस्कार दिये व संस्कार संस्कृति के सहेजे जाने पर प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम का संचालन किया। एडवोकेट जे.आर. माहुरकर ने कहा कि जिजाऊ द्वारा शिवाजी महाराज को युद्ध कौशल की बारीकियां समझाने में जो सरल सहज युक्तियां अपनाई थी। जिजाऊ माताजी एक दैवीय शक्ति के रूप में थी और शिवाजी महाराज को जन्म देने के लिए उनका अवतरण हुआ था। महेश पवार ने अपने छत्रपती शिवाजी महाराज के जन्म स्थल शिवनेरी ता. जुंझर के प्रवास के अनुभव पर प्रकाश डालते वहाँ की प्रासंगिक भव्यता और किवदंतियों के संकलित संस्मरण से उपस्थित जन समूह को अभिभूत किया। आगामी शिवाजी जयंती के विषय में चर्चा हेतु शीघ्र ही बैठक आहूत करने के संकल्प के साथ बैठक विसर्जित की। धर्मेंद्र कराडे द्वारा आभार व्यक्त किया गया।