सिंधिया और लक्ष्मणसिंह ने दिखाया कमलनाथ सरकार को आईना
भोपाल। पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ नेता डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और लक्ष्मण सिंह ने कर्जमाफी पर कमलनाथ सरकार के झूठ को उजागर किया है। उन्होंने कांग्रेस सरकार को आईना दिखाने के लिए श्री सिंधिया और श्री लक्ष्मणसिंह को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा है कि कमलनाथ सरकार किसानों को हुए नुकसान का मुआवजा देने से बचने के लिए षडयंत्रों का सहारा ले रही है।
पूर्व मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार झूठ के आधार पर ही बनी है। कांग्रेस जनता से झूठ बोलकर सत्ता में आई थी। इस सरकार के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पहले ही दिन फाइल पर हस्ताक्षर कर प्रदेश की भोली जनता के बीच यह भ्रम फैलाया कि हमने प्रदेश के किसानों का दो लाख रुपए तक का कर्जा माफ कर दिया है। कांग्रेस के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने वादा किया था कि हम 10 दिन में किसानों का कर्जा माफ करेंगे और यदि नहीं कर पाए तो मुख्यमंत्री बदल देंगे। अब सरकार बने 10 माह हो गए हैं। मुख्यमंत्री तो नहीं बदला राष्ट्रीय अध्यक्ष ही बदल गये। डॉ. मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के इस झूठ की कलई उनकी पार्टी के ही नेताओं श्री सिंधिया और श्री लक्ष्मणसिंह ने खोल दी है, जिन्होंने यह स्वीकार किया है कि हम अपने वादे के अनुरूप किसानों की कर्जमाफी नहीं कर पाए।
मुआवजे से बचने हड़तालों का सहारा
पूर्व मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि प्रदेश सरकार बाढ़ और अतिवृष्टि से किसानों को हुए नुकसान का मुआवजा देने की अपनी जिम्मेदारी से हर कीमत पर बचना चाहती है और इसके लिए वह षडयंत्र रचने से भी परहेज नहीं कर रही है। पहले सरकार में बैठे लोगों ने पटवारियों को दोबारा हड़ताल पर जाने के लिए उकसाया, ताकि सर्वे टल जाए। अब इन्हीं लोगों ने प्रदेश के तहसीलदारों को भी हड़ताल के लिए उकसा दिया है। सरकार की पूरी कोशिश है कि रबी की फसल बोई जाने तक सर्वे का काम रुका रहे, क्योंकि एक बार खेत की जुताई हो जाने पर खरीफ की फसलों को हुए नुकसान का सर्वे संभव ही नहीं है। सरकार को उम्मीद है कि इस षडयंत्र के सहारे वह पीड़ित किसानों को मुआवजा देने से बच जाएगी, लेकिन उसे इस भ्रम में नहीं रहना चाहिए। डॉ. मिश्रा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी प्रदेश के किसानों के बीच जाकर सरकार के हर षडयंत्र को बेनकाब करेगी और किसानों को मुआवजा दिलाने के लिए सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेगी।