स्व. श्री दुलेसिंह सिकरवार स्मृति अखिल भारतीय कवि सम्मेलन सम्पन्न
उज्जैन। सवैय्या स्व. श्री दुलेसिंह सिकरवार स्मृति अखिल भारतीय कवि सम्मेलन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की १५०वीं जयंति पर सम्पन्न हुआ कवि सम्मेलन का आगाज श्री सतीश सागर की मॉ नवदुर्गा की वंदना से हुआ । पश्चात आदिवासी अंचल मेघनगर झाबुआ के ओजस्वी कवि निसार पठान की इन पंक्तियों गीता ग्रंथ बाईबिल कुरान की बात कहता हॅूा मेरा भारत मांगी हुई मुरादो की मन्नत रखता है। स्वर्ग से सुदंर अपना देश जन्नत लगता है, खुशियों का मंजर लगता है। अरे कम्बतों फिर क्यों तुम्हे डर लगता है ने खूब तालियॉ बटोरी। अ.भा. कवि सम्मेलन में देर रात्रि तक व्ंयग्यकार सुनील गाइड गीतकार जीतेन्द्र जलज इलाहाबाद, डॉ. अनिता सिंह आज श्रृंगार नोएडा ने भी अपनी रचनाओं से खुब दाद बटोरी। हास्य कवि नरेन्द्र नखेतरी ने अपनी मालवी रचनाओंसे श्रोताओं को खूब खुदगुदाया। स्थानीय तीन मंजिला चौराहा लक्ष्मी नगर पर म.प्र. शासन संस्कृति संचालनालय एवं स्व. दुलेसिंह सिकरवार स्मृति मंच द्वारा आयोजित अ.भा. कवि सम्मेलन में देश के ख्यात नाम कविगण नरेन्द्र मिश्र धड़कन (छत्तीसगढ़), आर्यन ऐरावत (बनारस) व विजय लक्ष्मी (सिंगरौली) की श्रृंगारित कविताऍ, गीत, गजल ने मनमोह लिया। इन कवियों ने अपनी रचनाओं से समाबांध दिया रात्रि के तीसरे प्रहर तक श्रोतागण कविताओं का आनंद लेते रहे।
अ.भा. कवि सम्मेलन में पुलिस महानिरीक्षक डॉ. रमन सिंह सिकरवार व विधायक डॉ. मोहन यादव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कवि सम्मेलन की अध्यक्षता अपना चैनल निदेशक राजेश सिंह कुशवाह संरक्षक स्व. दुलेसिंह स्मृति मंच ने की। अतिथियों द्वारा मॉ सरस्वती, पूज्य बापू व स्व. श्री दुले सिंह सिकरवार के चित्रों पर माल्यापर्ण कर दीप प्रज्जवलित किया इस अवसर पर तेहरवा स्व. दुलेसिंह सम्मान नगर के ओजस्वी कवि श्री नृसिंह इनानी को दिया गया । अतिथियों द्वारा श्री इनानी को शॉल श्रीफल व अभिनंदन पत्र भेंटकर सम्मानित किया गया। श्रृंगार के भीष्म पितामह कहे जाने वाले श्री नरेन्द्र मिश्र धड़कन की धड़कती हुई श्रृंगार की फूल छडियों को युवाओं ने खुब सराहा नृसिंह इनानी, युवराज सिंह ने भी रचनापाठ किया। अतिथियों का स्वागत श्री श्यामसिंह सिकरवार, रामसिंह सिकरवार, चरन सिंह सिकरवार, राजेश सिंह सिकरवार, प्रतीक तोमर, महेन्द्र तिवारी श्रीमती मंजु सिकरवार, श्रीमती कृष्णा सिकरवार ने किया। कवि सम्मेलन का सफल सुंदर संचालन नवरस कवि सतीश सागर ने किया। अपने संचालन से कवि सम्मेलन की बांधे रखा।