गायत्री शक्तिपीठ एवं गायत्री प्रज्ञापीठ पर सामूहिक अनुष्ठान का आयोजन
देवास। गायत्री शक्तिपीठ साकेत नगर एवं गायत्री प्रज्ञापीठ विजय नगर देवास पर प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी 29 सितम्बर से 07 अक्टूबर तक नवरात्रि के पावन पर्व पर सामूहिक अनुष्ठान का आयोजन किया जावेगा। गायत्री शक्तिपीठ जनसंचार विभाग के विक्रमसिंह चौधरी एवं विकास चौहान ने बताया कि शुभ कर्म करने के लिए कोई मुहुर्त देखने की आवश्यकता नहीं है, फिर भी काल चक्र की प्रतिक्रिया से लाभ उठाने में बुद्धिमत्ता ही है और नवरात्र-साधना पर्व एक ऐसा ही अवसर है। सतोगुणी साधनाओं में गायत्री मंत्र की साधना सबसे प्रमुख है। भारतीय धर्म और अध्यात्म का कल्पवृक्ष जिस बीज के कारण उगा, बढ़ा और सुविस्तृत हुआ, वह गायत्री मंत्र ही है । इस पावन पर्व पर दोनों स्थानों पर 29 सितम्बर को प्रात 4 बजे श्री वेदमाता गायत्री, परम पूज्य गुरूदेव पं.श्रीराम शर्मा आचार्यजी, वंदनीया माता भगवती देवी शर्मा एवं देवोव्हान, देव पूजन व घट स्थापना से अनुष्ठान प्रारंभ होकर गायत्री महायज्ञ होगा। 30 सितम्बर से 06 अक्टूबर तक प्रतिदिन प्रात 4 से 6 बजे तक गायत्री महामंत्र का अखंड जाप, प्रात: 6 बजे से गायत्री महायज्ञ होगा। 07 अक्टूबर महानवमी को प्रात: 4 से 7 बजे तक अखंड जाप, प्रात 8.30 बजे पंचकुण्डीय गायत्री महायज्ञ, दीक्षा, यज्ञोपवित सहित विभिन्न संस्कार होंगे एवं प्रात 11 बजे अनुष्ठान व गायत्री महायज्ञ की पूर्णाहूति होकर प्रसाद का वितरण किया जाएगा । 08 अक्टूबर को विजया दशमी पर्व पर भी प्रात: 6 बजे गायत्री महायज्ञ एवं पूर्णाहूति होगी । गायत्री प्रज्ञापीठ पर भी प्रज्ञापीठ की संरक्षिका दुर्गा दीदी के सानिध्य में विशेष अनुष्ठान होगें। गायत्री शक्तिपीठ के मुख्य प्रबंध ट्रस्टी महेश पंड्या एवं गायत्री प्रज्ञापीठ के मुख्य प्रबंध ट्रस्टी राजेन्द्र पोरवाल ने समस्त भावनाशील परिजनों से अनुरोध किया है कि इस आध्यात्मिक कार्यक्रम में सम्मिलित होकर पुण्य लाभ लेवें ।