सिंगापूर

ट्यूशन खोरी के मकड़- जाल में उलझा सारंगपुर “

सारंगपुर ।कानून से बेखौफ होकर शहर व आसपास ग्रामीण क्षेत्र में संचालित सरकारी स्कूल के शिक्षक अपने अपने निवास व अन्य स्थानों पर छात्र छात्राओ को ट्युशन पढ़ने पर विवश कर रहे है जिसके एवज में इन शिक्षकों द्वारा छात्रो से मोटी फीस वसूली जाती है।अनिवार्य शिक्षा की तरह अब ट्युशन भी शायद बच्चो के लिए  अनिवार्य हो गई है।ट्युशन की अनिवार्यता होने के कारण सारंगपुर शहर अब ट्युशन खोरी के भ्रष्ट तंत्र  में उलझसा दिखाई दे रहा है जिसका खामियाज़ा गरीब व मज़दूर पालको को उठाना पड़ रहा है ।
“गरीब तबको के पालको को होती है परेशानी”
देखने मे यह भी आरहा है कि कुछ पालको की बच्चो को पढ़ाने की हेसियत  नही होने बाउजूद भी वो अपने बच्चों के लिए कड़ी मेहनत कर उन्हें ट्युशन पढ़ाने पर विवश किए जा रहे  है।शिक्षा विभाग का कठोर प्रावधान होने के बाद भी कानून के विरुद्ध सरकारी शिक्षक -शिक्षिकाएं अपने घरों या किराये के मकानों में सेकडो बच्चो को ट्युशन पढ़ा हजारो लाखों की चांदी कात  रहे है।इन दिनों इन टीचरों के लिए कोचिंग क्लासेस एक धंधा बन गया है।गरीब बच्चों के मा बाप को भी बच्चो के देखादेख अपने बच्चों को भी कोचिंग क्लासेस में भेजना मजबूरी बन गया है।
“अवैध तरीके से चल रही कोचिंग”
नगर में चलने वाली अनेक कोचिंग क्लासेस अवेधानिक तरीके से संचालित हो रही है।जिस और किसी भी विभागीय अधिकारियों का भी कोई विशेष ध्यान नही है।इस कारण सरकार से हजारों रुपए लेने वाले शासकीय शिक्षक भी सरकारी स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान देने की बजाए।अपनी निजी कोचिंग पर गौर कर रहे है।कई सरकारी टीचर तो ऐसे है,जो अपने संगे संबंधियों के नाम पर कोचिंग क्लासेस संचालित कर रहे है।खेर जो भी हो परंतु गरीब छात्र-छात्राओं को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।वैसे तो नियमानुसार सरकारी टीचर हो या प्रायवेट बिना रजिस्ट्रेशन के कोचिंग क्लासेस संचालित नही कर सकते किन्तु अधिकारी इनकी कारगुजारियों के प्रति अपनी रुचि नही देते है।
“वेतनिक शिक्षक तैनात किए”
शहर में बड़े स्तर पर ट्युशन खोरी को अंजाम देने वाले इन सरकारी टीचरों ने अपनी कोचिंग क्लासेसो पर प्रायवेट और सरकारी शिक्षकों  को वैतनिक रूप से तैनात कर दिया है।वैकल्पित कमाई के तौर पर संचालित करने वाले और कुछ घंटों का समय देने वाले टीचर बाकायदा अपनी ड्यूटी बजा रहे है।अगर व्यापक स्तर पर कार्रवाई की जाती है तो अनेक शिक्षक-शिक्षिकाएं इस मे लिप्त पाए जासकते है।
कार्रवाई की जाएगी
अगर कोई लिखित शिकायत करता है,या निरक्षण के दौरान कोई शासकीय शिक्षक प्रायवेट कोचिंग पढ़ाते पाए जाता है तो निश्चित ही कार्रवाई की जाएगी।
बि. एस.बिसारिया जिला शिक्षा अधिकारी राजगढ़।