पटना

हाईप्रोफाइल छात्र की सुसाइड मिस्ट्री सुलझाने में छूटे पुलिस के पसीने, खड़े हो रहे हैं तमाम सवाल

(देवराज सिंह चौहान) पटना: पटना (Patna) के पत्रकार नगर में छात्र आयुष के सुसाइड का मामला एक मिस्ट्री बनता जा रहा है. पटना पुलिस (Patna Police) की परेशानी तब बढ़ गई जब पोस्टमॉर्टम (Postmortem) करने वाले डॉक्टर (Doctor) को ही आयुष के शरीर में गोली नहीं मिल रही थी. मामला उलझता देख खुद एसएसपी (SSP) और सिटी एसपी ईस्ट (City SP) को पोस्टमॉर्टम सेंटर (Postmortem centre) पहुंचना पड़ा. डॉक्टरों और परिजनों से जानकारी लेने के बाद एसएसपी (SSP) ने घटना को सुसाइड (suicide) का मामला बताया. वहीं आयुष के परिजन घटना को सुसाइड मानने को तैयार नहीं हैं.
हाई प्रोफाइल घटना से सनसनी
छात्र आयुष के सुसाइड का मामला पटना के सियासी गलियारे से लेकर प्रशासनिक गलियारे में चर्चा का विषय बना रहा. शनिवार को पटना के पत्रकार नगर पुलिस ने आयुष नाम के छात्र की बॉडी को एक लॉज के कमरे से बरामद किया. बॉडी कमरे के फर्श पर पड़ी थी. हाथ में पिस्टल (Pistol) था और मुंह से निकलने वाले खून (blood) और छात्र के दोस्तों के साथ हुई बातचीत के आधार पर पत्रकार नगर पुलिस ने भी घटना को सुसाइड (suicide) बता दिया. लेकिन मामला उस वक्त उलझ गया जब बॉडी पोस्टमॉर्टम (Postmortem) के लिए पीएमसीएच पहुंची.
पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर को डेड बॉडी में गोली खोजने में हुई परेशानी
दरअसल, पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर (Doctor) को आयुष के बॉडी में गोली (bullet) मिल ही नहीं रही थी. आयुष के मुंह से सिर्फ खून निकलने के निशान थे. जो मामले को सुसाइड के लहजे से संदेहास्पद बता रहे थे. जब इस बात का पता आयुष के पिता को चला तो मामला और गंभीर हो गया. आयुष के पिता बिनोद कुमार नालंदा (Nalanda) जिले के रहुई प्रखंड के प्रखंड अध्यक्ष हैं और जेडीयू (JDU) के बड़े नेता भी हैं. मामले की सूचना तत्काल सरकार के बड़े हुक्मरानों को दी गई. मामला उलझता देख खुद एसएसपी पटना (SSP Patna) गरिमा मलिक (Garima Malik) और सिटी एसपी ईस्ट को पोस्टमॉर्टम सेंटर (Postmortem centre) पहुंचना पड़ा.
मिस्ट्री को सुलझाने एसएसपी गरिमा मलिक और सिटी एसपी ईस्ट को भी आना पड़ा पोस्टमॉर्टम सेंटर
एसएसपी गरिमा मलिक ने आधे घंटे तक पोस्टमॉर्टम के डॉक्टर और आयुष के परिवार वालों से बात की. बड़े पुलिस अधिकारियों के पोस्टमॉर्टम सेंटर पहुंचने के बाद डॉक्टर साहब को भी आयुष के सिर में फंसी गोली (bullet) दिख गई. बाद में डॉक्टर (Doctor) ने आयुष के परिजनों को सर में फंसी गोली की तस्वीर भी दिखा दी. एसएसपी गरिमा मलिक ने कहा कि मामले पर अनुसंधान चल रहा है. लेकिन, पहली नजर में मामला सुसाइड (suicide) का ही नजर आ रहा है.
आयुष के पिता ने सुसाइड पर खड़े किए सवाल
इधर आयुष के पिता ने घटना पर संदेह जताया है. आयुष के पिता बिनोद कुमार ने बताया कि उनकी दो बेटियां हैं. हाल ही में एक बेटी की शादी उन्होंने की थी. घटना के दिन ही उन्होंने नालंदा (Nalanda) के रहुई प्रखंड के प्रखंड अध्यक्ष का चुनाव जीता था. लेकिन, इस घटना ने उनकी जीत की खुशी को गम में बदल दिया. बिनोद कुमार ने बताया कि उनका बेटा पटना में रहकर पहले मेडिकल (Medical) की तैयारी करता था. बाद में बैंकिंग (Banking) की भी तैयारी करने लगा. कुछ ही दिन पहले घर से पटना (Patna) आने के दौरान उसने 6 हजार रुपये भी उनसे मांगे थे. उन्हें घटना की जानकारी शनिवार की रात हुई. घटना को लेकर संदेह जताते हुए बिनोद कुमार ने कहा जिस घर में उनके बेटे के साथ हादसा हुआ वो घर उसका नहीं था. उस घर में न तो पंखा था और न ही सोने के लिए बिछावन.
मकान मालिक ने बताया लड़की का मामला
पूरे मामले को लेकर उठ रहे संदेह के बादल को दूर करने के लिए जी मीडिया (Zee Media) की टीम ने घटनास्थल का भी दौरा किया. जी मीडिया की टीम ने उस मकान मालिक से भी बात की जिस घर में हादसा हुआ था. मकान मालिक शशिभूषण कुमार ने बताया कि आयुष उसी मुहल्ले में उनके घर से कुछ ही दूर दूसरे घर में रहता था. 28 अगस्त को ही आयुष ने कमरा किराये पर लिया था. आयुष ने कमरे के लिए पैसे भी दिये थे. लेकिन, इस कमरे में उसके दोस्त ही ज्यादातर रहते थे. मकान मालिक ने मामले का किसी लड़की से भी जुड़ा होने का संदेह जताया है. मकान मालिक ने बताया कि घटना वाले दिन रात में आयुष अपने तीन-चार दोस्तों के साथ अपने कमरे में बैठा था. उनके दोस्त कुछ देर के लिए कमरे से बाहर निकले. आयुष उस वक्त किसी से फोन पर बात कर रहा था. उसने फोन से बातचीत के दौरान सामने वाले से यह भी कहा कि गोली चलेगी तो आवाज होगा तुम सुनते रहना. उसके बाद घटना हो गई. हालांकि मकान मालिक और आसपास के लोगों का कहना है कि उन लोगों ने गोली चलने की आवाज नहीं सुनी.
पूरे घटनाक्रम को लेकर कई तरह के सवाल भी उठ रहे हैं
– पुलिस की नजर में अगर मामला सुसाइड का है तो क्या आयुष अपराधियों की संगत में था
– जब आयुष पटना में रहकर पढ़ाई कर रहा था तो उसके पास अत्याधुनिक पिस्टल कैसे आई
– मकान मालिक ने मामले में लड़की की बात कही है, वो लड़की कौन है और आयुष के साथ उसके क्या संबंध हैं
– पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर को डेड बॉडी में गोली को खोजने में परेशानी क्यों हुई

पुलिस (Police) ने मामले की छानबीन (investigation) के लिए आयुष के दो दोस्तों को हिरासत में लिया है. इसके साथ ही आयुष के मोबाइल फोन (Mobile Phone) को भी पुलिस खंगालने में जुटी हुई है. सुसाइड (suicide) की घटना में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं जो इस घटना में मिस्ट्री (mystery) पैदा कर रहे हैं. हालांकि पुलिस घटना को सुसाइड मानकर ही चल रही है. लेकिन हालात बता रहे हैं कि सुसाइड मिस्ट्री में जांच के दौरान आने वाले समय में कई और राज खुल सकते हैं.