बहरोड़ कांड: थानाधिकारी ने सोशल मीडिया में लिखा- मैं कायर नहीं, पिस्टल हो गई थी जाम
राजस्थान के बहरोड़ में पपला गुर्जर को थाने से छुड़ाए जाने के केस में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से कैश भी जब्त किया है. हालांकि, दिलचस्प बात ये है कि ये गिरफ्तारियां सोशल मीडिया पर पुलिस की मजाक उड़ने के बाद हुई हैं.दरअसल, कुख्यात बदमाश पपला गुर्जर को बहरोड़ पुलिस ने गिरफ्तार कर हवालात में रखा था. उसकी गाड़ी से 32 लाख रुपए भी जब्त किए गए थे. दावा है कि बहरोड़ के सरपंच विनोद स्वामी और कैलाश गुर्जर पपला गुर्जर को छुड़ाने के लिए थाने पहुंचे और कुलदीप गैंग को थाने के बारे में जानकारी दी.इसके बाद एके-47 लेकर आए बदमाश थाने पर फायरिंग करते हुए पपला को छुड़ा ले गए. इस घटना ने बहरोड़ की पुलिस पर सवाल खड़े कर दिए. यहां तक कि सोशल मीडिया पर पुलिस का मजाक उड़ाया जाने लगा. इस पूरे घटनाक्रम के बाद बहरोड़ रोड थाने के एसएचओ सुगन सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा कि वह न तो भ्रष्ट हैं और न ही निकम्मे हैं. उन्होंने सफाई में कहा कि पिस्टल जाम हो गई थी. उन्होंने चार बार फायर किया, मगर फायर ही नहीं हुआ.हर तरफ मजाक उड़ने के बाद पुलिस ने अब दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने बहरोड़ के सरपंच विनोद स्वामी और कैलाश गुर्जर को गिरफ्तार किया है. साथ ही इनके पास से कैश भी जब्त किया गया है. हालांकि, आरोप ये भी लग रहे हैं कि पपला गुर्जर की गाड़ी से बरामद कैश बांटने के लिए पुलिस और आरोपियों में सौदेबाजी चल रही थी. कहा जा रहा है कि ये डील नहीं हो पाई और हर तरफ पुलिस का मजाक उड़ने के बाद पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तारियां कीं.