शिक्षा में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाला शख्स बेच रहा रसगुल्ला, जानिए पूरा मामला
(देवराज सिंह चौहान) जोधपुर: ऐसा सख्स जो पढ़ाई में एक नहीं दो नहीं बल्कि 25 डिग्री डिप्लोमा हासिल कर चुके हैं, लेकिन आज भी रेलवे स्टेशन पर हाथ ठेले पर रसगुल्ला बेचते हैं. यह बात कहने ओर सुनने में भले ही अजीब लगती हो लेकिन जोधपुर के लूणी निवासी अशोक भाटी अपना पुश्तैनी काम यानि हाथ ठेले पर रसगुल्ले ही बेच रहे हैं. यही नहीं उनका दावा है कि दुनिया मे ऐसा ठेला चलाने वाले वह एकमात्र व्यक्ति जिनके पास इतनी डिग्री है. अब अशोक ने गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाने का दावा भी किया. इनके पास एक नहीं बल्कि पूरी 25 डिग्री और डिप्लोमा है. दुनिया में सबसे अधिक पढ़ा-लिखा शख्स होने का दावा भी करते हैं. पढ़ाई के दौरान गोल्ड मेडल हासिल कर चुके हैं. लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड तक में इनका नाम दर्ज है.
खाकी वर्दी में हाथ ठेले पर जोधपुर के लूणी रेलवे स्टेशन पर रसगुल्ले बेचने वाला यह सख्स भले ही दिखने में आम इंसान ही है. ठेला चलाने वाला यानि कम पढ़ा लिखा होगा. शायद हर कोई ठेला चलाने वाले के बारे में यही सोचता है. लेकिन अशोक के पास 25 डिग्री डिप्लोमा है. इतना पढ़ा-लिखा होने के बावजूद अशोक भाटी किसी खास पद पर नहीं है. ये नौकरी नहीं करते बल्कि ठेला लगाते हैं. डिग्रीधारी होकर भी ठेला लगाने पर भाटी को कोई मलाल भी नहीं है. 63 वर्षीय अशोक भाटी कहते हैं कि इंसान को कुछ ने कुछ काम करना चाहिए. काम कोई छोटा या बड़ा नहीं होता. ठेला लगाने में कोई संकोच भी नहीं बल्कि खुशी है कि उन्होंने अपने मन और परिवार के लोगो की मानी और आज पुश्तैनी काम को आगे बढ़ा रहे हैं.
ठेले के चारों तरफ डिग्रियों को डिस्प्ले कर रखा है. यह कदम इसलिए उठाया ताकि डिग्रियों को देखकर युवा पीढ़ी कहीं भटके नहीं. युवा पीढ़ी को पढ़ने-लिखने और काम करने का संदेश मिल जाए. यहां ठेले पर लगी उनकी डिग्री को देखने के लिए भी लोगो का जमावड़ा लग जाता है. 25 डिग्री डिप्लोमा हासिल कर चुके अशोक भाटी के डिग्री हासिल करने का सिलसिला अभी भी रुका नहीं. अब वे 26वीं डिग्री के लिए एग्जाम दे चुके हैं और 27वीं डिग्री की तैयारी कर रहे हैं. साथ ही अपने ठेले के काम को लेकर भी इनका जोश व जज्बा वही है. लूणी रेलवे स्टेशन पर जब ट्रेन रुकती है तो अन्य ठेला संचालकों के तरह अशोक भाटी रसगुल्ले बेचने की आवाज लगाते मिल जाएंगे.
रेलवे स्टेशन पर हाथ ठेला चलाने के बावजूद अशोक को पढ़ाई का ऐसा जुनून चढ़ा की एक के बाद एक डिग्री डिप्लोमा हासिल की. लिम्का रिकॉर्ड ऑफ बुक में नाम दर्ज करवा चुके भाटी की अब इच्छा है कि उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करवाने की है. इसके लिए वह लगातार प्रयास भी कर रहे हैं. इसके साथ डिग्री डिप्लोमा का सिलसिला भी लगातार