संस्कार भारती रंगभरो प्रतियोगिता के प्रतिभागी हुए पुरस्कृत
देवास। साहित्य रंगमंच एवं ललित कलाओं की अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती द्वारा विगत 23 अगस्त को श्रीकृष्णजन्माष्टमी की उपलक्ष्य में आयोजित रंग-भरो प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण कार्यक्रम उत्कृष्ट विद्यालय में संपन्न हुए । कार्यक्रम में अध्यक्षता डॉ डी पी श्रीवास्तव, मुख्य अतिथि प्रेस क्लब अध्यक्ष श्रीकांत उपाध्याय, राधेश्याम सोनी तथा विशेष अतिथि डॉ रमेशचंद्र सोनी, प्रकाश पंवार, कल्पना नाग, चन्द्रकला रघुवंशी, डॉ रंगभरी कासिव, शशिकांत वझे रहे। माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवल, पूजन कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। संस्कार भारती ध्येय गीत के बाद संस्था परिचय मातृशक्ति प्रमुख कल्पना नाग, गतिविधि वृत उमेश जोशी, आगामी योजनाओं की जानकारी माधवानंद दुबे ने दी। अतिथियों का स्वागत माधवानंद दुबे, जितेंद्र त्रिवेदी, प्रफुल्ल सिंह गहलोत, आशीष आशापुरे, रोहित सोनी, रोहित गुर्जर, उमेश जोशी ने किया। तत्पश्चात सुप्रसिद्ध कत्थक नृत्य कलाकार प्रफुल्ल गेहलोत की शिष्या अनन्या चौधरी व भाविका जोशी की युगल कत्थक नृत्य की प्रस्तुति से सभी का मन मोहते हुए वातावरण को लय ताल के साथ सुमधुर व आनंदमय बना दिया। कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ डी श्रीवास्तव ने उपस्थित बाल कलाकारों को बधाई देते हुए कहा कि हर व्यक्ति में कोई कला विधा अवश्य होना चाहिये। जिससे आपमें एकाग्रता तथा अनुशासन के साथ आपसी सहयोग की भावना तथा सौदर्य बोध पूर्णता आती है जो जीवन में अपेक्षित लक्ष्य को प्राप्त करने में बहुत उपयोगी होती है। प्रांत संगठन मंत्री प्रकाश पंवार ने बताया कि संस्कार होना बहुत आवश्यक है। संस्कार के अभाव में जीवन निरर्थक है। कला के माध्यम से राष्ट्रीय कला सम्प्रभुता का सार्थक संदेश दिया जा सकता हैं। कला से अनुशासन व सौंदर्यबोध से जीवन के लक्ष्य प्राप्त किए जाते हैं। मुख्य अतिथि राधेश्याम सोनी ने कहा कि पिछले कई वर्षो से संस्कार भारती की रचनात्मक गतिविधियों में सम्मिलित होते हुए आनंद की अनुभूति होती है। इस प्रकार के आयोजन से बच्चों में संस्कृति परम्परा के साथ बाल कलाकारों की कला में निखार और प्रोत्साहन मिलता है। जिससे जीवन में सुव्यवस्थित सर्वांगण विकास होगा। विशेष अतिथि प्रेस क्लब अध्यक्ष श्रीकांत उपाध्याय ने कहा कि संस्कार भारती के इस प्रकार के प्रयास से समाज में नव चेतना का संचार और संस्कारों को पुर्न स्थापित होंगी। सभी विजेताओं को तथा सहभागियों को बधाईयां दी। तत्पश्चात अतिथियों द्वारा मंजूषा, प्रोत्साहन राशि व प्रशस्ती पत्र वर्ग अ व ब में प्रथम, द्वितीय, तृतीय व दोनो वर्ग में दस दस प्रोत्साहन पुरस्कार दिये गए। पुरस्कार मंजूषा, कविता सिसोदिया के सौजन्य से अतिथियों के करकमलो द्वारा भेंट की गई। वर्ग अ कक्षा 1 से 4 में प्रथम निधि यादव, द्वितीय शिवानी भीरुड, तृतीय तनिष्का श्रीवास्तव। वर्ग ब कक्षा 5 से 8 में प्रथम प्रतीक बागडिय़ा, द्वितीय भूमि शाक्य, तृतीय नव्या तिवारी रहे। सांत्वना पुरस्कार वर्ग अ समर्थ पटेल, श्रीयांश चौरसिया, शीतल सोलंकी, दिव्यांशी दीक्षित, अलिफ़ अली, मानसी सचान,देवराज वानखेड़े, जतिन पटेल,प्रकृति राजपूत, लक्षिता मकवाना को मिला। वर्ग ब में सांत्वना पुरस्कार एजा खान,हर्षिता पटेल,रिजवान शेख,दीपशिखा सुमन,पार्थ चावड़ा, निशा विश्वकर्मा, अनन्या नागर,आयुषी चौहान, विशाखा चौधरी, साक्षी गोस्वामी को मिला।सभी प्रतिभागियों को विद्यालयों के माध्यम से प्रशस्ती पत्र प्रदान किए गए। कार्यक्रम में संस्कार भारती सदस्य तथा बड़ी संख्या में बाल प्रतिभागी, अभिभावकगण,कलानुरागी तथा गणमान्यजन आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन जितेन्द्र त्रिवेदी ने तथा आभार माधवानंद दुबे ने माना।