सागर

देश और प्रदेश के विकास में सुषमा जी का अतुलनीय योगदान —

-सागर। आदरणीय सुषमा जी ने अपने कर्म के बल पर राजनीति में एक मिसाल प्रस्तुत की। सुषमा जी भारतीय राजनीति का वह चेहरा है जो हर भारतीय के राष्ट्र सेवा के भाव को प्रज्वलित करता रहेगा। उनसे जुड़ी स्मृतियां हर कार्यकर्ता और आम नागरिक को कर्तव्य पथ के लिए उर्जित करेगी। यह बात मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री गोपाल भार्गव ने गुरुवार को गढ़ाकोटा में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में मे स्व. सुषमा जी का पुण्यस्मरण करते हुए कही। श्री भार्गव ने कहा कि केंद्रीय मंत्री रहते हुए सुषमा जी ने मध्यप्रदेश को कई सौगाते दी। देश और प्रदेश के विकास में  उनका योगदान अतुलनीय है। गुरुवार को गढ़ाकोटा में रहली विधानसभा के कार्यकर्ताओं का सम्मेलन आयोजित हुआ। सम्मेलन के पूर्व भारतीय जनता पार्टी की प्रखर वक्ता एवं पूर्व विदेश मंत्री  स्वर्गीय श्रीमती सुषमा स्वराज के निधन पर कार्यकर्ताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित कर उनका पुण्य स्मरण किया। मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री गोपाल भार्गव ने कहा कि प्रशासनिक और संगठन कौशल की धनी श्रीमती  सुषमा जी के निधन से एक युग का अंत हुआ है।  *सुषमा जी ने दायित्वों को सुशोभित किया*  उन्होंने कहा कि दायित्व पर रहकर व्यक्तियों की शोभा बढ़ती है लेकिन सुषमा जी ने विभिन्न दायित्व पर रहकर  जो काम किया है, उससे दायित्व सुशोभित हुए है। उन्होंने  छात्र राजनीति से लेकर विधायक, सांसद, मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री  के रूप में अलग-अलग दायित्वों का न सिर्फ सफल निर्वहन किया बल्कि हर दायित्व में अपने काम की अमिट छाप छोड़ी।   *हर कार्यकर्ता के लिए आदर्श है सुषमा जी*  नेता प्रतिपक्ष श्री गोपाल भार्गव ने सम्मेलन में कहा कि आज कार्यकर्ताओं के लिए पार्टी का काम करने के लिए अनुकूल माहौल है लेकिन एक समय था जब भाजपा की सदस्यता लेने में लोग कतराते थे। आज अगर हम सर्वोच्च के लिए अग्रसर है तो उसमें जनसंघ ओर भाजपा की हमारी कई पीढ़ियां खपी है। उन्होंने आदरणीय सुषमा जी को एक आदर्श कार्यकर्ता बताते हुए कहा सुषमा जी जैसे नेताओं ने विपरीत परिस्थितियों में पार्टी का काम किया और आज हमारे सामने विश्व के सबसे बड़े संगठन के रूप में भाजपा खड़ी है। हमारे लिए सुषमा जी का व्यक्तित्व एक आदर्श है। उन्होंने कहा कि सदस्यता अभियान के माध्यम से हमें संगठन विस्तार की परंपरा को आगे बढ़ाना है।