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वायरस की ‘कमजोर कड़ी’ का खुला राज, एक ही वैक्सीन से होगा कई बीमारियों इलाज

न्यूज डेस्क: अमेरिका में मैसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल (MGH)के वैज्ञानिकों ने ज्यादातर वायरस में पाई जाने वाली एक ऐसी कमजोर कड़ी को खोज निकाला है जिससे एक यूनिवर्सल वैक्सीन बनाने का रास्ता साफ हो सकता है. यूनिवर्सल वैक्सीन का मतलब है एक ऐसी वैक्सीन जो ज्यादातर वायरस पर असरदार होगी. तब एक ही यूनिवर्सल वैक्सीन लगवा कर ज्यादातर वायरस से फैलने वाली बीमारियों से बचा जा सकेगा.

कोरोना वायरस की वैक्सीन में इतना वक्त क्यों?
वैक्सीन पर रिसर्च, उसके विकास और उसे टेस्ट करने में अच्छा खासा वक्त लगता है. कोरोना वायरस संकट से भी ये बात साफ हुई है. हालांकि MGH के वैज्ञानिकों का दावा है कि ऐसा इसलिए होता है क्योंकि सायंटिस्ट खास बीमारी की वैक्सीन के लिए उसे फैलाने वाले वायरस पर ध्यान देते हैं. यानी अगर उन्हें तीन अलग अलग बीमारियों के लिए वैक्सीन का इजाद करना है तो वो तीनों बीमारियों के वायरस पर अलग अलग रिसर्च करते हैं. इसमें वक्त लगता है.

क्या है वो कमजोर कड़ी? 
इसलिए MGH के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी कमजोर कड़ी को खोज निकाला है जो लगभग हर वायरस में पाई जाती है. यानी अगर उस कमजोर कड़ी को निशाना बनाने का तरीका मिल जाए तो एक ही वैक्सीन से कई बीमारियों से एकसाथ छुटकारा पाया जा सकेगा. वायरस की इस कमजोर कड़ी को खोजने के लिए MGH के रिसर्चरों ने इस बात पर गौर किया कि हमारा शरीर वायरस से फैलने वाली किसी बीमारी से लड़ने के लिए क्या तरीका आजमाता है. इस रिसर्च के दौरान रिसर्चरों ने AGO4 नाम का एक प्रोटीन की पहचान की. ये पाया गया कि ये प्रोटीन स्तनधारी प्राणियों की कोशिकाओं पर वायरलरोधी असर रखता है.

चूहों पर आजमाया गया
इसका पता तब चला जब वायरस के हमले से लड़ने की प्रक्रिया को चूहों के शरीर पर समझा गया. पाया ये गया कि चूहों की जिन कोशिकाओं में AGO4 प्रोटीन नहीं था, वो इन्फ्लूएंजा वायरस की चपेट में आ गईं लेकिन जिनमें ये प्रोटीन मौजूद था उन पर वायरस का असर नहीं हुआ. सायंटिस्ट का मानना है कि AGO4 प्रोटीन को शरीर के सुरक्षा कवच में स्थापित करने में कामयाबी मिल गई तो वायरस से बचने का भी हल मिल जाएगा. इसे किसी ऐसी वैक्सीन से शरीर में पहुंचाया जा सकता है जिसे लगवाने के बाद एक बार में वायरस से फैलने वाली कई बीमारियों से मुक्ति मिल जाएगी.