बाघ ने किया महिला का शिकार
होशंगाबाद: मटकुली के पास मेहंदीखेड़ा गांव में एक बाघ ने महिला का शिकार कर लिया. महिला का पंजा और शरीर के कुछ हिस्से खा गया. जिससे महिला सुमरिया की मौत हो गई. इससे गुस्साए ग्रामीणों ने सतपुड़ा के टाइगर रिजर्व के इको सेंटर पर जमकर तोड़-फोड़ की.
दरअसल, बांधवगढ़ से लाए हुए बाघ (जय) को एसटीआर प्रबंधन द्वारा मटकुली क्षेत्र के आसपास छोड़ा गया था. इसकी मूवमेंट लगातार मटकुली के ग्रामीण इलाकों में बनी रहने से ग्रामीणों में डर का माहौल पहले ही था. लेकिन शुक्रवार को उनका गुस्सा तब फूट पड़ा जब बाघ ने गांव की एक महिला को अपना शिकार बना लिया. सुमरिया खुले में शौच के लिए गई थी. वह पति आधार सिंह के साथ टपरिया में रह रही थी. बीते दिन टाइगर ने दो गायों का शिकार किया था.
सुमरिया की मौत के बाद आदिवासी ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. गुस्साए लोगों ने सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के इको सेंटर में जमकर तोड़फोड़ की. इस दौरान ग्रामीणों ने एक कमरे में आग भी लगा दी. बाघ के हमले से हुई महिला की मौत के बाद गुस्साए लोगों को पुलिस ने समझाने का प्रयास भी किया, लेकिन कोई बात नहीं बनी. इस दौरान ग्रामीणों ने पिपरिया पचमढ़ी मार्ग जाम कर दिया. मौके पर पुलिस ने आदिवासियों को समझाने का प्रयास किया. एसटीआर प्रबंधन ने भी प्रदर्शन कर रहे लोगों से मुलाकात कर उनसे चर्चा की. एसटीआर प्रबंधन ने महिला का पोस्टमार्टम कराकर वन विभाग के प्रावधान के अनुसार चार लाख की सहायता राशि का चेक देने की बात कही. बड़ी मशक्कत के बाद आदिवासियों का गुस्सा शांत हुआ और पिपरिया-पचमढ़ी मार्ग का यातायात चालू कराया गया.
इसके बाद वन विभाग ने सर्चिंग की. टीम को सर्चिंग के दौरान मेहंदीखेड़ा के पास ही बाघ नजर आया. जिसके चलते ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है. वहीं वन विभाग की टीम बाघ को जंगल में जाने का इंतजार कर रही है.