मंत्री पर भारी थानाधिकारी, जनसुनवाई में उठा मामला
जयपुर: प्रदेश सरकार के केबिनेट मंत्रियों पर पुलिस कमिश्नेट के पुलिस थानाधिकारी भारी पड़ रहे हैं. सूबे के मंत्रियों के कहने के बाद भी थानाधिकारी हत्या के सम्बंध में मुकदमा तक दर्ज नहीं करते हैं. ऐसा मामला सामने आया है यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल की जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान.
जब मंत्री धारीवाल जनता की समस्या का समाधान कर रहे थे तभी गहलोत सरकार में उद्योग मंत्री जनसुनवाई में पहुंचे और ब्रह्मपुरी थानाधिकारी की कार्यशैली को लेकर धारीवाल के साथ बात की.
दरअसल मामला लालसोट विधानसभा क्षेत्र का है. बेटी की हत्या के मामले में ब्रह्मपुरी थानाधिकारी रिपोर्ट दर्ज करने में आनाकानी कर रहा था और उसने बुजुर्ग के साथ दुर्व्यवहार भी किया. इसके बाद मंत्री प्रसादी लाल मीणा ने अपने स्तर पर हस्तक्षेप किया तो भी थानाअधिकारी ने सुना अनसुना किया और छूट्टी लेकर चले गए, जिसके बाद आज उद्योग मंत्री प्रसादी लाल मीणा प्रदेश काग्रेस कार्यालय में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के पास जनसुनवाई में पहुंचे और यूडीएच मंत्री शांती धारीवाल को पूरी घटना से अवगत करवाया
यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल नें जयपुर पुलिस कमिश्नर को फोन कर रिपोर्ट दर्ज करने और ब्रहमपुरी थानाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए. पीड़ित बुजुर्ग ने कहा कि पहले वह ब्रह्मपुरी थाने गया. वहां से उसे टरका कर बामनवास थाने भेज दिया गया. बामनवास थाने से कहा जहां हत्या हुई है वहां मामला दर्ज होगा. फिर ब्रहमपुरी थाने में गया तो SHO छुट्टी पर चला गया और मामला दर्ज नहीं किया.