शाहीन बाग में 25 साल के कपिल गुर्जर ने क्यों दागी ताबड़तोड़ गोलियां, बताई ये वजह
नई दिल्ली: (देवराज सिंह चौहान) नागरिकता संशोधन कानून (CAA) विरोधी प्रदर्शन का केंद्र बने शाहीन बाग (Shaheen Bagh) में शनिवार शाम एक युवक ने गोलीबारी की, जिसके बाद वहां अफरा-तफरी पैदा हो गई. वहां मौजूद पुलिस ने हालांकि गोली चलाने वाले युवक को तत्काल गिरफ्तार कर लिया.
गोलीबारी की यह घटना शाहीन बाग में उस स्थान से चंद फर्लांग दूर पर हुई, जहां डेढ़ महीने से सीएए विरोधी धरना जारी है. शनिवार की इस घटना के बाद धरने पर बैठे लोगों में गुस्सा भड़क गया. लोगों ने दिल्ली पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. फायरिंग शाहीन बाग की पुलिस बैरिकेडिंग के पास हुई. गनीमत रही कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ.
प्राइवेट कॉलेज का छात्र
गोली चलाने वाला युवक पूर्वी दिल्ली के दल्लूपुरा गांव का रहने वाला है. आरोपी का नाम कपिल गुर्जर है और वह एक प्राइवेट कॉलेज में पढ़ता है. आरोपी ने हवा में फायरिंग की थी. दो गोलियां चलाई गई थीं.
क्यों चलाई गोलियां
पुलिस की पूछताछ में पता चला कि आरोपी के परिवार में किसी की शादी थी और शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन की वजह से उसे सामान खरीदने कहीं दूर से घूमकर जाना पड़ता था, इसलिए वह गुस्से में था. आरोपी ने बताया कि उसके अपने ही देश में कुछ मुठ्ठीभर लोगों ने शाहीन बाग़ की सड़क पर कब्जा किया हुआ है. वह सड़क पर जाम खुलवाने आया था. वह ऑटो से आया और उसने दो से तीन राउंड फायर किए. हथियार कौन-सा है और कहां से लाया? इसे लेकर पूछताछ जारी है.
हवा में गोलियां चलाईं
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, “आरोपी कार से उस स्थान पर पहुंचा था जहां ट्रैफिक रोकने के लिए पुलिस तैनात है. पुलिस ने बैरीकेट लगा रखे हैं. वहीं पर युवक उतरा और उसने हवा में गोलियां चलानी शुरू कर दीं.”
यूनिवर्सिटी का छात्र हो चुका घायल
शाहीन बाग में गोलीबारी की यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब इसके दो दिन पहले गुरुवार को जामिया के छात्रों द्वारा निकाले जा रहे एक मार्च पर एक किशोर ने गोली चला दी थी, जिसमें जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी का एक छात्र घायल हो गया था.
केजरीवाल ने लॉ एंड ऑर्डर पर गृहमंत्री को घेरा
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आद आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने दूसरी बार हुई फायरिंग की घटना को लेकर देश के गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है. केजरीवाल ने लिखा, ”अमित शाह जी, ये आपने क्या हाल बना रखा है हमारी दिल्ली का. दिनदहाड़े गोलियां चल रहीं हैं. कानून व्यवस्था की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. चुनाव आते जाते रहेंगे, राजनीति भी चलती रहेगी, लेकिन दिल्ली के लोगों की ख़ातिर, कृपया कानून व्यवस्था ठीक करने पर ध्यान दीजिए.”