देवास देश

कलश यात्रा के साथ प्रारंभ हुई शिव पुराण की कथा ज्ञान से मोक्ष मिलता है ऋचा गोस्वामी।। 

देवास = भव्य कलश यात्रा एवं ऋचा गोस्वामी की शोभायात्रा के साथ केला देवी परिसर में सात दिवसीय शिव महापुराण की कथा प्रारंभ हुई। शारदा माता मंदिर से बड़ी संख्या में माता बहनों ने सिर पर कलश एवं बग्गी में विदुषी ऋचा गोस्वामी की शोभायात्रा बैंड बाजे के साथ एवं नागरिक बंधुओं व युवाओं की उपस्थिति में प्रारंभ हुई। यात्रा में सिर पर शिव महापुराण ग्रँथ सिर पर रख कर कथा के मुख्य यजमान शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी चल रहे थे। जिनका जगह-जगह शिव पुराण एवं उनका पुष्पमाला पहनाकर स्वागत किया गया। केला देवी मंदिर परिसर में हनुमान चालीसा के पाठ से विदुषी ऋचा गोस्वामी ने शिव महापुराण की कथा प्रारंभ करते हुए कहा कि ज्ञान से ही मोक्ष मिलता है श्रद्धा वान व्यक्ति को ज्ञान प्राप्त होता है गुरु के वचनों पर शास्त्रों पर विश्वास होना चाहिए लौकिक व पारलौकिक में विश्वास होना चाहिए। पूजक की श्रद्धा होगी तो पत्थर भी शिव हो जाएंगे हमें श्रद्धा को जगाने की, संकल्प लेने की आवश्यकता है। मेरा संकल्प ऐसा हो कि मैं कथा सुनाऊंगी वही आपका संकल्प हो कि मैं कथा सुन लूंगा कथा श्रवण से नास्तिक भी आस्तिक हो जाता है। हमारा लक्ष्य है प्रभु का साक्षात्कार हो वही साधक का उद्देश्य हो कि ईश्वर का साक्षात्कार हो जो लगातार 7 दिन तक शिवपुराण की कथा सुनेगा मेरा विश्वास है वह साक्षात शिव के दर्शन करेगा। शिव पुराण मोक्ष और भोग दोनों देने वाला ग्रंथ है सारे तीर्थ दान यज्ञ सभी का फल इसके श्रवन से प्राप्त होता है ।जन्म जन्मांतर के पुण्य  का उदय होता है जब शिव पुराण की कथा सुनने को मिलती है। सर्वप्रथम मुख्य यजमान मनोज राजानी, कैलाश गोस्वामी श्रीमती कमला गोस्वामी दीपक गर्ग एवं उपस्थित गणमान्य जनों ने शिव पुराण का पूजन कर ऋचा गोस्वामी का पुष्प माला से स्वागत किया। संचालन सुधीर शर्मा ने किया व आभार अनिल गोस्वामी ने माना। इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता भगवान सिंह चावड़ा नरेंद्र यादव श्रीमती  वंदना पांडे विश्वजीत सिंह चौहान प्रतीक शास्त्री संतोष मोदी जाकिर उल्ला शेख रोहित शर्मा निलेश वर्मा पवन शुक्ला मुकेश शर्मा चंद्रपाल सिंह आदित्य दुबे राजेश जयसवाल राजकमल जोशी राजेश मामू रवि राठौर नीलेश वर्मा विनोद दुबे सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन व गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कथा प्रतिदिन दोपहर 2  बजे से शाम 5 बजे तक होगी इसी के साथ शिवसमाराधना अनुष्ठान की पूजा प्रतिदिन प्रातः 8 से 11 बजे तक होगी जो भी इस पूजा में सम्मिलित होना चाहे वह केला देवी मंदिर परिसर मैं संपर्क कर सकता है।