निरंजनी अखाड़े से बेदखल मिर्ची बाबा बनाएंगे महर्षि वाल्मीकि अखाड़ा
उज्जैन। कांग्रेस के पक्ष में प्रचार करने वाले महामंडलेश्वर वैराग्य नंद गिरी उर्फ मिर्ची बाबा प्रदेश के राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त संत है, उन्हें कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की विजय के लिए मिर्ची यज्ञ करने तथा इस नाम पर साधु-संतों को एकत्रित करने के लिए निरंजनी अखाड़े ने बेदखल कर दिया था, इसके पश्चात मिर्ची बाबा इन दिनों अपना अलग अखाड़ा बनाने की जुगत में हैं।
उन्होंने प्रेस क्लब में एक पत्रकार वार्ता में चर्चा में कहा कि कुछ ही दिनों में महर्षि वाल्मीकि अखाड़ा अस्तित्व में आ जाएगा, जिसमें उन संतों को शामिल किया जाएगा, जिन्हें अधिकृत अखाड़े स्थान नहीं दे रहे हैं। तपस्वी, सच्ची सेवा करने वाले, संत व्यवहार करने वाले, किंतु उन्हें पद प्रदान नहीं किए जा रहे हैं, ऐसे संतों का स्थान दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि सिंहस्थ के नाम पर शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा घोटाला किया था और वर्तमान सरकार सिंहस्थ घोटाले की यथाशीघ्र जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करें।
नए एक्ट के बारे में संतों से चर्चा नहीं : मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार द्वारा प्रदेश के प्रमुख मंदिर सहित पूर्व एक्ट स्थगित करते हुए नया एक्ट लाने, जिसमें राजनेताओं का प्रभाव अधिक होगा और विधायक, मंत्री की भी रुची जुड़ी, मंदिर समितियों के संचालन में शामिल किए जा सकेंगे। इस प्रस्ताव पर मिर्ची बाबा का कहना है कि उनसे कमलनाथ सरकार ने कोई परामर्श नहीं किया है हालांकि अन्य संतों से कोई परामर्श किया हो तो उन्हें कोई जानकारी नहीं है।