सारंगपुर

मंडी में अस्थाई गौशाला होने से नही हो सकी खरीदी

सारंगपुर। मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार द्वारा अपने बचन पत्र में गायों की सुरक्षा के लिए प्रत्येक विकास खंड में गौशाला खोलने का निर्णय लिया था तथा जहां गौशाला है वह पर स्वतंत्र रूप से घूम रही गायों को रखने के निर्देश प्रदेश के सभी कलेक्टर को जारी किए थे। कलेक्टर के आदेश पर नगर पालिका प्रशासन एवं राजस्व विभाग द्वारा स्वतंत्र रूप से घूम रही एक हजार के लगभग गायों को कृषि उपज मंडी प्रांगण सारंगपुर में रोक दिया। वही सूत्रों के अनुसार एक दर्जन से ज्यादा गायों की भूख प्यास से मौत हो गई। उन गायों की माकूल व्यवस्था नही होने के कारण नगर के गौ भक्तों ने अपनी और से चारे भूसे की व्यवस्था की थी किन्तु अब मंडी प्रारम्भ हो चुकी है मंडी में किसान अपनी फसल लेकर बेचने के लिये सुविधा अनुसार साधन लेकर आ रहे है ।किंतु उन किसानों की सुध लेने वाला कोई नही है यही हाल मंडी में रोकी गईं गायों का है।कृषि उपज मंडी की और से अनुविभागीय अधिकारी को संमस्या से अवगत कराया गया है।शनिवार को मंडी प्रारम्भ होना थी।इसकी सूचना जैसे ही ग्रामीणों में पहुची तो गांव के किसान मंडी में मुहूर्त में फसल बेचने के लिये पहुच गये।मंडी में फैली आवस्था देख कर किसानों ने मंडी प्रशासन को अवगत कराया तब तक मंडी में नातो व्यापारी थे ना ही मंडी कर्मचारी सूचना के बाद कर्मचारी और व्यापारी पहुचे तब कही जाकर किसान की फसल खरीदी गई।अगर यही हाल रहा तो सारंगपुर कृषि उपज मंडी पहले से और अधिक पिछड़ जाएंगी और किसान आने में कतराने लगेंगे और गौ माता का तो भगवान ही रखबाला है।