क्षणिक सुख के पीछे मत भागो-पं.आकाशकृष्ण भार्गव जी
उज्जैन|नीलगंगा चौराहे पर भागवत कथा के दौरान व्यासगादी से पं.भार्गव ने कहाकि क्षणिक सुख के पीछे मत भागो,क्षणिक सुख भौतिक साधनो मे है जबकि स्थायी सुख आध्यात्म मे है । संन्तो का क्षण का साथ मनुष्य का जीवन बदल देता है और कुसंग का साथ भले ही क्षण भर का क्यू न हो मगर जीवन बर्बाद कर देता है । साप्ताहिक भागवत कथा मे बाबा महाकाल के केलिन्डर का विमोचन किया गया । पं.भार्गव जी का शाल श्रीफल तथा पुष्पमाला से अभिभाषक ठा. हरदयाल सिंह,दिनेश पंड्या, पं.योगेश व्यास, संतोष सिसोदिया ,भूपेंद्र छापरवाल, शुभाष श्रीवास्तव, घनश्याम प्रजापत,दीपक टंडन, दिवाकर उपाध्याय, पं. हरिवल्लव भार्गव आदि ने अभिनन्दन किया|