शनिचरी अमावस्या पर तर्पण के साथ शनि संकट मोचन के किये दर्शन
सारंगपुर।(नवीन रुण्डवाल) सनातन धर्म मे श्राद्ध पक्ष का अत्यधिक महत्व है श्राद्ध के दिनों में हिन्दू परिवारो में अपने पूर्वजों की तिथि पर श्राद्ध कर्म किया जाता है।अगर किसी को अपने पूर्वजों की तिथि का ज्ञान नही है तो सर्वपित्र अमावस्या के दिन सभी के लिये श्राद्ध का दिन नियत किया गया है ऐसे में अद्भुत सहयोग में शनिवार के दिन अमावस्या होने के कारण कपिलेश्वर तीर्थ पर नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र से हजारों की संख्या में धर्म प्रेमी पहुचे जिन्होंने नगर की जीवनदायिनी कालीसिंध नदी में स्नान कर अपने पूर्वजो के लिए तर्पण किया तथा नवग्रह शनि मंदिर पर तिल और तेल चढ़ाकर आराधना की तथा संकट मोचन हनुमान मंदिर पर जाकर दर्शन किये। सुबह 4 बजे से ही भक्तों की भीड़ कपिलेश्वर पहुच रही थी उन्ही के साथ जीवनदायिनी कालीसिंध नदी भी भगवान कपिलेश्वर के मंदिर पर पहुच गई। नदी में पानी अधिक होने के कारण शाम 4 बजे तक भी मंदिर जाने का रास्ता पानी होने के कारण बंद था।इस कारण भक्त भोलेनाथ के दर्शन करने से रह गए लोगों ने शिखर दर्शन का ही लाभ लिया।तथा अपने परिजनों एवं व पूर्वजो के लिए भगवान से प्रथना की।