उज्जैन

राठौर समाज मंदिर निर्माण में मूल्यांकन कर अधिकारी के दर्ज करवाए बयान

उज्जैन। भगवान मदन मोहन मंदिर के निर्माण में ट्रस्ट एवं मंदिर निर्माण समिति द्वारा जो वित्तीय अनियमितताएँ व गबन, घोटाले मंदिर निर्माण में किए गए थे, उक्त मामले में शिकायतकर्ता दिलीप राठौर एवं महेश राठौर ने एक परिवाद न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी उज्जैन में दायर किया था। धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग मंत्रालय, भोपाल ने कलेक्टर को लोक निर्माण विभाग उज्जैन की एक कमेटी बनाकर उक्त मंदिर निर्माण की ड्राइंग डिजाइन एवं आय-व्यय का ब्योरा सहित निर्माण की मूल्यांकन रिपोर्ट के लिए आदेश दिया था। उक्त रिपोर्ट अनुसार मंदिर निर्माण की लागत ४० लाख १ हजार ४९२ रुपए बताई गई। उक्त मंदिर जांच कमेटी में लुकमान अली वरिष्ठ संभागीय लेखाधिकारी लोनिवि, पी.के. दोराया सहायक यंत्री लोक निर्माण मंडल कार्यालय उज्जैन, अनिलसिंह तोमर उपयंत्री लोनिनि संभाग उज्जैन एवं विनोद त्रिपाठी उपयंत्री पीआईयू उज्जैन को जांच हेतु सदस्य बनाया गया था। बयान में श्री पीके दोराया सहायक यंत्री उज्जैन ने बताया कि उक्त जांच में मंदिर के निर्माण संबंधी मूल्यांकन किया गया। मूल्यांकन अनुसार मंदिर निर्माण की लागत ४० लाख १ हजार ४९२ रु. की गई थी एवं ट्रस्ट एवं मदन मोहन मंदिर निर्माण समिति की ओर से निर्माण की लागत ६९ लाख २७ हजार ५६३ रुपए बताई गई थी। इस प्रकार कुल २९ लाख रुपए का अंतर जांच में पाया गया। उक्त मंदिर का निर्माण ट्रस्ट के तेजकुमार राठौर, सतीश राठौर, विजय राठौर, शिवनारायण राठौर एवं पुरुषोत्तम राठौर द्वारा किया गया।