माँ ही शिशु के भविष्य की निर्मात्री होती है
देवास। विकास नगर स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में 26सितम्बर को मातृ सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अभिभावक माताओं के लिए कुर्सी दौड़ व स्मरण शक्ति की प्रतियोगिता रखी गई एवं विजेता माताओं को पुरस्कृत किया गया । शिशु वाटिका के भैया,बहिनों द्वारा सुंदर नृत्यों और गीत की प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया। शिशु वाटिका एवं विज्ञान प्रदर्शनी का अतिथियों ने अवलोकन कर सराहना की। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि अंजली गुंजाल, आरती गोस्वामी ने कहा कि माँ ही शिशु के भविष्य की निर्मात्री होती है। अतिथि परिचय स्मिता कावले ने कराया। संचालन सीमा व्यास ने किया एवं आभार कमलेश शर्मा ने माना।