उज्जैन

” अभिरुचि विकास एक श्रेष्ठ विकल्प” -प्रो. धगट

उज्जैन | पं. जवाहरलाल नेहरू व्यवसाय प्रबंध संस्थान, विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन में आयोजित व्याख्यान श्रृंखला के तहत प्रबंध शास्त्री एवं ज्ञान गंगा प्रबंधन महाविद्यालय जबलपुर के प्रबंध संकाय के पूर्व सेवा निवृत्त प्रो. (डॉ.) अनिल धगट ने उपस्थित विद्यार्थियो, शोधार्थियों , संकाय सदस्यो के समक्ष अपने सारगर्भित व्याख्यान में अभिरुचि विकास की महत्ता को विशेष रुप से रेखांकित किया।
प्रो. धगट ने अपने  वक्तव्य में स्पष्ट किया कि, प्रबंधन संस्थान के छात्रों मे अभिरुचि विकास की अत्यंत प्रासंगिकता है क्योकि व्यवसाय प्रबन्ध के क्षेत्र में नित विकसित हो रहे नए व्यावसायिक सरोकार, नव कारपोरेट क्षेत्रों में नित नए अभिरुचि प्रयोगों को आत्मसात करके  ही प्रबन्ध के विद्यार्थियों को प्रगति के अवसर प्राप्त हो सकते है | आपने व्यवसाय प्रबंध के विद्यार्थियों को अपनी अभिरुचि एवं निर्भय संवर्धन की क्षमता को भी बढ़ाने का आव्हान किया। आपने इस विधा को पाठ्यक्रम में समाहित करने की आवश्यकता और नई पीढ़ी के पूर्ण समर्पण का आव्हान किया।
ज्ञानोपार्जन व्याख्यान श्रृंखला के प्रारंभ में विभागाध्यक्ष डॉ .डी.डी.बेदिया एवं विद्यार्थियों मे से शुभम चौऋषिया, ऋचा शर्मा, चांदनी मीणा और राहुल पांचाल ने अतिथि का स्वागत पुष्प गुच्छो से किया। ज्ञानोपार्जन व्याख्यान श्रृंखला के बारे में डॉ. धर्मेन्द्र मेहता ने जानकारी दी। विद्यार्थियों का प्रश्नोंतर सत्र भी हुआ।
इस अवसर पर प्रबन्ध संकायाध्यक्ष तथा संकाय के वरिष्ठ विद्वान आचार्य प्रो. डॉ.दीपक गुप्ता ने भी अपने आशीर्वचन व्यक्त किए।
इस अवसर पर शिक्षकगण डॉ. नयनतारा डामोर, डॉ.धर्मेंद्र मेहता ,डॉ सचिन राय भी उपस्थित थे।  इस आयोजन हेतु आगंतुक अतिथियों, समस्त विद्यार्थियो / शोधार्थियों आदि के प्रति आभार प्रदर्शन डॉ .डी.डी. बेदिया ने व्यक्त किया।