श्री महाकालेश्वर मंदिर में उमा सांझी महोत्सव का प्रारंभ 25 सितम्बर से
उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबन्ध समिति उज्जैन द्वारा श्राद्ध पक्ष में प्रतिवर्ष परंपरानुसार श्री महाकालेश्वर मंदिर में उमा सांझी महोत्सव मनाया जाता है। इस संबंध में 17 सितम्बर को दोपहर 03 बजे उमा सांझी महोत्सव की सांस्कृतिक समिति की बैठक आयोजित की गयी। जिसमें श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबन्ध समिति के प्रशासक श्री सुजान सिंह रावत, उप प्रशासक श्री आशुतोष गोस्वामी, मंदिर समिति सदस्य श्री विजयशंकर पुजारी, श्री आशीष पुजारी, श्री दीपक मित्तल सहायक प्रशासनिक अधिकारी श्री आर.के.तिवारी उपस्थित थे।
बैठक में चर्चा की गई कि, सांस्कृतिक कार्यक्रमों में लोकगीत, माच, लोकनृत्य आदि कलाएं जो लुप्त हो रही है उन प्रतिभाओं को मंच देकर उभारने का प्रयास किया जावेगा। साथ ही उज्जैन (मालवा) के लोक संस्कृति व कला से जुडें कलाकारों को उमा सांझी महोत्सव के माध्यम से मंच दिया जावे। उमासांझी महोत्सव के दौरान सायं संध्या आरती के पश्चात मंदिर परिसर में मालवा लोक संस्कृति से जुडे हुए गायन, वादन एवं नृत्य की प्रस्तुतियां दी जावेंगी।
उमा सांझी महोत्सव में 25 सितम्बर से 28 सितम्बर तक को रात्रि 08 बजे होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों हेतु गयन, वादन व नृत्य विधा से जुडे 49 आवेदन मंदिर समिति को प्राप्त हुए है। जिनमें गायन हेतु डॉ. राजुल सिंघी एवं साथी कलाकार, डॉ. प्रीति बोरलिया देवले, श्री लोक गुंजन संस्था व सुश्री बिन्दु अत्रे की प्रस्तुतियां प्रस्तावित है। इसी प्रकार वादन में श्री सोमेश पांचाल श्रुतिश्री संगीत साधनाश्रम का सामुहिक तबला वादन, श्री विजय गोथरवाल त्रिविध स्वर लय ताल अन्तर्भाव का हारमोनियम वादन व परमानंद गंधर्व का हारमोनियम वादन तथा भक्ति संगीत की प्रस्तुतियो के साथ नृत्य में प्रतिकल्पा सांस्कृतिक संस्था द्वारा लोक नृत्य, श्री गिरधारी लाल गेहलोत के दर्शन लोक कला मण्डल की प्रस्तुति, कु. आयुर्धा शर्मा एवं समूह, कु. रेणुका देशपाण्डे द्वारा प्रस्तुतियां प्रस्तावित है। इस वर्ष उज्जैन की रंग उत्सव संस्था द्वारा मालवी लोकशैली पर आधारित नाटक “औड़का” का मंचन भी किया जाएगा।
प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरूआत ढोल से की जावेगी। सभी कार्यक्रम मंदिर प्रांगण में होंगे। सभी कार्यक्रमों का लाईव प्रसारण मंदिर की वेबसाईट व फेसबुक पर किया जावेगा। प्रतिदिन सायं 5.30 से 06.30 बजे तक मंदिर के सभा मंडप में समर्थ बालकृष्ण नाथ जी ढोली बुआ महाराज ग्वालियर का नारदीय कीर्तन होगा। 28 सितम्बर को रात्रि 11 से प्रात: 03 तक श्री बाबा वीर भक्त हनुमान मंडल द्वारा जागरण किया जावेगा। 30 सितम्बर को सायं 04 बजे उमामाता जी की सवारी राजसी ढाट-बाट के साथ निकाली जावेगी। 01 अक्टूबर को कन्या भोज का आयोजन होगा। प्रतिदिन सभामंडप में झांकी सजाई जावेंगी, साथ ही अन्नपूर्णा माता मंदिर के सामने प्राचीन पत्थर पर मंदिर के पुजारियों एवं पुरोहितों के द्वारा रंगोली से संझा बनायी जावेगी।
उमासांझी महोत्सव के दौरान कक्षा 01 से 12 तक के छात्र एवं छात्राओं के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें 25 सितम्बर को दोपहर 01 बजे से रंगोली प्रतियोगिता, 26 सितम्बर को प्रात: 11 बजे से चित्रकला प्रतियोगिता व 27 सितम्बर को दोपहर 01 बजे शिवस्त्रोत पर संस्कृत श्लोक पाठ प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया है।