सरकार ने शुरू की एक ही आउटलेट पर चिकन और दूध बेचने की योजना, BJP ने जताया विरोध
(देवराज सिंह चौहान) भोपालः मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने एक ही आउटलेट पर दूध और चिकन बेचने की परियोजना शुरू की है और दावा किया है कि यहां मिलने वाले दूध और चिकन की शुद्धता की पूरी गारंटी है, लेकिन सरकार के इस फैसले का भाजपा ने कड़ा विरोध किया है. बीजेपी का आरोप है कि चिकन-दूध साथ बेचे जाने की वजह से लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हो रही हैं. लिहाजा सरकार इस परियोजना पर विचार करे और दोनों की दुकानें अलग-अलग की जाएं. बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने सीएम कमलनाथ को पत्र लिखकर दूध और कड़कनाथ चिकन की दुकानें अलग-अलग करने की मांग की है.बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा का कहना है कि, ‘सरकार के इस फैसले से लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचेगी, क्योंकि इस परियोजना के मुताबिक गाय का दूध और चिकन एक साथ बेचा जा रहा है, इसलिए सरकार का यह फैसला हिंदू धर्म की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला है. गाय का दूध हिंदू धर्म के लोग उपवास और भगवान की पूजा के लिए भी इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में जब एक ही व्यक्ति दूध और चिकन बेचेगा तो वह इसे किसी भी तरह से न तो पूजा में इस्तेमाल कर सकते हैं और न ही उपवास में. इसलिए हमें सरकार के इस फैसले पर आपत्ति है.’उन्होंने आगे कहा कि, ‘सरकार एक साथ दूध के पार्लर और चिकन पार्लर खोलकर हिंदू समाज के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचा रही है. हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ किया जा रहा है, सरकार को अपने इस फैसले पर गौर करना चाहिए और चिकन और मिल्क पार्लर को अलग-अलग जगहों पर खोलना चाहिए. साथ ही यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि दोनों व्यवसाय के व्यवसायी भी अलग-अलग हों.’वहीं मध्य प्रदेश सरकार के पशुपालन मंत्री लाखन सिंह यादव ने बीजेपी के इन आरोपों को निराधार बताया है. मंत्री लाखन सिंह का कहना है कि, BJP के सभी आरोप निराधार हैं, क्योंकि चिकन पार्लर और मिल्क पार्लर के बीच पार्टिशन किया गया है. दूध और चिकन एक साथ नहीं बेंचे जा रहे. पार्टिशन के एक तरफ चिकन तो दूसरी तरफ दूध बेचा जा रहा है.