होशंगाबाद

बारिश के बाद स्कूल बना टापू, पेड़ के नीचे पढ़ने को मजबूर छात्र

(देवराज सिंह चौहान) होशंगाबाद: मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय डोलरिया की छात्राओं को इन दिनों पेड़ के नीचे खड़े होकर पढ़ाई करना पड़ रहा है, क्योंकि बीते एक माह से स्कूल परिसर में बारिश का पानी भरा हुआ है. जिसके चलते छात्र-छात्राओं सहित स्कूल स्टाफ को भी काफी दिक्कतों के साथ पानी से गुजरकर स्कूल जाना पड़ता है. कम पानी मे यह समस्या कम होती है, लेकिन ज्यादा पानी मे जहरीले सांपो का खतरा हमेशा बना रहता है. आधा सत्र बीतने को है, लेकिन परिजन जहरीले कीड़ों के डर से बच्चों को स्कूल भेजने से डर रहे हैं. जिसके चलते स्कूल तो लग रहा है, लेकिन बच्चों की उपस्थिति ना के बराबर है. स्कूल प्रबंधन ने इसकी शिकायत कई बार वरिष्ठ अधिकरियों को की, लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं निकला, लेकिन समस्या कितनी भी जटिल क्यो ना हो इन छात्राओं के हौसलों को देखकर लगता है की इनकी पढ़ाई के प्रति कितनी दीवानगी है.

स्कूल प्राचार्या के मुताबिक स्कूल परिसर में बीते एक माह से ढाई से तीन फीट पानी भरा हुआ है. बच्चों को घुटने तक पानी से निकलकर आना पड़ रहा है. परिजनों ने पानी में सांप दिखाई देने के बाद बच्चों को स्कूल नहीं भेजने की बात कही है. जिसके चलते आज बच्चे स्कूल के बाहर ही पढ़ाई कर रहे हैं. बच्चों का कहना है कि जब तक समस्या का निदान नहीं होगा तब तक कि स्कूल नहीं जाएंगे. इस बात की सूचना हमने वरिष्ठ अधिकारियों को पहुंचा दी है. सूचना के बाद जनपद सीईओ मौके पर पहुंची और बच्चों को आश्वासन दिया कि 4 दिनों के अंदर समस्या का समाधान कर दिया जाएगा. जब तक समस्या का समाधान नहीं होता तब तक सीओ जनपद में बच्चों की पढ़ाई के लिए मैरिज हॉल की व्यवस्था की है.वहीं ग्रामीण नरेश राजपूत ने बताया कि पहले स्कूल के लिए बिल्डिंग की समस्या थी. शासन द्वारा जब यह जगह आवंटित की गई थी, उसी समय ग्रामीणों ने आपत्ति ली थी कि यह जगह स्कूल बिल्डिंग के लिए उपयुक्त नहीं है. इसमें पानी भरा जाता है, लेकिन शासन ने अनदेखी की और आज एक माह से स्कूल परिसर में पानी भरा हुआ है और बच्चे पढ़ाई के लिए भटक रहे हैं. जनपद सीओ के निर्देशन में ग्राम पंचायत द्वारा पानी निकासी की व्यवस्था की गई है, लेकिन वह टेक्निकल रूप से गलत है. ग्रामीणों के मुताबिक पानी निकासी के लिए जो व्यवस्था की गई है उसे नदी का कम होने की बजाय पानी उल्टा गांव की और आएगा.वहीं जनपद सीओ नमिता बघेल के मुताबिक डोलरिया स्कूल में पानी भराव हो रहा है. इससे पहले भी पानी भराव की समस्या आई थी. निरीक्षण के दौरान पाया गया कि स्कूल की जो बिल्डिंग बनी है वहां पहले तालाब था. उसी में स्कूल बिल्डिंग बनी हुई है. सीओ के मुताबिक तीन-चार साल से ऐसी बारिश नहीं हुई थी इसलिए लोगों को मालूम नहीं था. इस साल तेज बारिश के चलते जल भराव हुआ तो स्कूल के पीछे से 150 मीटर की नाली खुदवाकर निकासी की व्यवस्था की है. बारिश बंद होते ही अधूरे काम को पूरा करने का काम किया जाएगा. बच्चों की पढ़ाई के लिए मैरिज हॉल की व्यवस्था की गई है. वहीं छोटे बच्चों की छुट्टी घोषित कर दी गई है.