देवास

नफीस खान ने की सिंधिया को पीसीसी चीफ बनाने की मांग 

देवास। कांगे्रस के वरिष्ठ नता नफीस खान ने भारतीय राष्ट्रीय कांगे्रस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्यप्रदेश कांगे्रस पार्टी की कमान सोपने की अपील की है। खान ने बताया कि पिछले एक दशक से सिंधिया को प्रदेश में पार्टी प्रमुख या मुख्यमंत्री बनाने की कवायद चली आ रही है। इस संदर्भ में कई पार्टी प्रमुख सिंधिया के समर्थन में आवाज भी उठा चुके हैं। गत वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह नर्मदा पद यात्रा के दौरान प्रदेश के वरिष्ठ कांगे्रस नेता व पूर्व मंत्री महेश जोशी ने भी दलगत भावनाओं से उपर उठकर सिंधिया को मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट कर विधानसभा चुनाव कराने की सराहनीय पहल की थी। जहां तक सिंधिया को प्रेश में कोई महती जवाबदारी सोपने की बात है उसमेुं सिंधिया का कम पार्टी का लाभ ज्यादा दिखाई देता है और यह मांग चंद प्रतिनिधियों की न होकर पूरे प्रदेश के कार्यकर्ताओं की बुलंंद आवाज है। जो एक दशक से उठाई जा रही है, सिंधिया भी पार्टी कार्यकर्ताओं व प्रदेश वासियों की भावनाओ को समझते हुए पार्टी हित में मुुंगावली व कोलारस उप चुनाव की जीत से इसकी शुरूआत कर दी थी। उन्होंने मंदसौर में किसानों के साथ्ज्ञ हु़ए अन्याय के खिलाफ बीड़ा उठाते हुए प्रदेशव्यापी लड़ाई लडकर एक जन आंदोलन खड़ा कर दियाा व राजधानी में 72 घंटे का सत्याग्रह कर किसानों की कांगे्रस की सोच ही बदल दी व विधानसभा चुनाव के पहले पार्टी को भाजपा के खिलाफ मजबूत स्थिति में खडा कर दिया, श्री सिंधिया ने इस गांधीवादी तरीके से किये गये पराक्रमी आक्रमण को भाजपा ने तुरंत भाप लिया था, उसी के फलस्वरूप उन्होंने कमलनाथ और दिग्विजयसिंह की अपेक्षा ज्योतिरादित्य सिंधिया से ज्यादा खतरा महसूस किया और सिंधिया को कमजोर करने के लिए एक नारा दिया था। माफ करो महाराज हमारे नेता तो शिवराज । श्री खान ने बताया कि पिछले सप्ताह प्रदेश प्रभारी श्री बावरिया के भोपाल आगमन पर चंद नेताओं ने श्री सिंधिया के अध्यक्ष बनने से सत्ता केे दो केन्द्र स्थापित होने की बात कही थी जो न्यायोचित नहीं है। जबकि वरिष्ठ कांग्रेस जनों का कहना है कि श्री सिंधिया के मनोनयन से सत्ता की मजबूती के साथ संगठन भी मजबूत स्थिति में होगा, वैसे भी विधानसभा चुनाव से ही कमनाथ दोहरी भूमिका निभा रहे हैं। जो सत्ता व संगठन दोनों के लिये अनुकूल नहीं है। जबकि निकट भविष्य में नगरीय निकाय व नगर पंचायतों के चुनाव भी होना है। खान ने मुरेना जिला कांगे्रस अध्यक्ष राकेश मवई व दतिया कार्यवाहक जिला अध्यक्ष अशोक दांगी द्वारा श्री सिंधिया के समर्थन में दिये गये इस्तीफे को सही ठहराते हुए उन सभी कांगे्रसजनों से भी जो सिंधिया को अध्यक्ष के रूप में देखना चाहते हैं एक मार्मिक अपील की है- सब मिलकर आवाज उठाओ तो कुछ चाँद पे रोब पडे, मैं तन्हा जुगनु हूँ मेरे चिल्लाने से क्या होगा।
श्री खान ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी से अपील की है कि अब वक्त आ गया है जब प्रदेश से उठ रही इन बुलंद आवाजों को दबाने की बजाय उनकी भावनाओं के अनुरूप श्री सिंधिया के नाम की घोषण कर देना चाहिये। सिंधिया के मनोनयन से पार्टी को बल मिलेगा, सत्ता का लाभ सर्वहारा तक पहुंचेगा और गुटीयता का अंत होगा। सभी वर्ग को संगठन में अपना अधिकार व सम्मान प्राप्त होगा। प्रदेश में राजीव गांधी के सपने साकार होंगे।