भोपाल

बलिदानी नेताओं के त्याग से ही नई ऊंचाईयों पर पहुंची पार्टीः राकेश सिंह

भोपाल। भारतीय जनसंघ से लेकर भारतीय जनता पार्टी तक की लंबी यात्रा में हमने अपने अनेक नेताओं को खोया है। पार्टी आज जिन उंचाईयों पर है, वह ऐसे ही नेताओं के त्याग के कारण पहुंची है। विपरीत समय में जिन नेताओं ने काम किया आज वे हमसे बिछड़ रहे हैं, लेकिन अंतिम समय में उनके चेहरों पर जो संतोष और निश्चिंतता के भाव हमें देखने को मिलते हैं वह कार्यकर्ताओं के लिए वर्षों तक प्रेरणा का काम करेंगे। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री राकेश सिंह ने सोमवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. अरुण जेटली एवं पूर्व मुख्यमंत्री स्व. बाबूलाल गौर को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कही।

देश को दिशा देने वाले नेताओं में से एक थे जेटली जी

                प्रदेश अध्यक्ष श्री राकेश सिंह ने कहा कि देश में एक वर्ग बौद्धिक क्षमताओं से परिपूर्ण है, जो देश को दिशा देने का काम करता है। श्री जेटली जी इस वर्ग में पार्टी का प्रमुख चेहरा थे। विपरीत परिस्थितियों में भी धैर्य के साथ स्वयं को संयत रखते हुए पूरी पार्टी को दिशा देना जेटली जी की पहचान थी। श्री राकेश सिंह ने जेटली जी से जुडे संस्मरण साझा करते हुए कहा कि लोकसभा के चीफ व्हिप रहते हुए मुझे अनेकों बार उनका मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।

बिरले ही नेता बनते हैं 10 बार विधायक

                श्री राकेश सिंह ने स्वर्गीय श्री बाबूलाल गौर जी का पुण्य स्मरण करते हुए कहा कि देश में ऐसे बिरले ही नेता हैं जो दस बार लगातार विधायक रहे। मजदूर से मुख्यमंत्री तक का उनका सफर कितना भी कठिन क्यों न हो, लेकिन वे हमेशा पार्टी की मजबूती में लगे रहते थे। विपरीत परिस्थितियों को अपने अनुकूल बनाने की उनमें कला थी। उन्होंने लाखों कार्यकर्ताओं को गढ़ने का काम किया। मुख्यमंत्री रहते हुए जिस विनम्रता के साथ वे लोगों से मिलते थे, वह आज भी लोगों की स्मृतियों में ताजा है।

2003 में मिली जीत के असली रणनीतिकार थे जेटली जीः चौहान

                श्रद्धांजलि सभा में स्व. अरुण जेटली का स्मरण करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि जेटली जी के चेहरे पर ओज था, वाणी में तेज था, सरस्वती उनकी जिह्वा पर विराजती थीं। किसी भी विषय पर उनके तथ्य और तर्क सुनकर लोग अवाक रह जाते थे। भारत सरकार का पक्ष अगर संसद या दुनिया में रखना हो, तो अरुण जी जैसा तार्किक मैंने दूसरा व्यक्ति नहीं देखा। श्री चौहान ने कहा कि 2003 में प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को मिली जीत के रणनीतिकार अरुण जेटली जी थे। उन्होंने कहा कि अरुण जी को जब कैंसर का पता चला तो चिंता हुई, लेकिन उपचार करवाकर लौटे। लोकसभा उम्मीदवारों के नामों को लेकर रात दो-दो बजे तक चर्चा होती थी, तो जेटली जी साथ में बैठते थे। इतनी असाध्य बीमारी के बावजूद वह खाली समय में किस्से सुनाते थे और लोग हँस -हँसकर लोटपोट हो जाते थे। उन्होंने कहा कि अंतिम सांस तक काम करने वाले कर्मयोगी जेटली जी हमें असमय छोड़कर चले गए।

मजदूर से मुख्यमंत्री तक पहुंचे गौर साहब

                श्री चौहान ने स्व. गौर साहब का स्मरण करते हुए कहा कि बाबूलाल गौर जी ने मजदूर से मुख्यमंत्री पद तक का सफर तय किया। यह सफर आसान नहीं था, लेकिन वह मुश्किलों से कभी नहीं घबराये। आपातकाल के दौरान वह जेल में थे, लेकिन अपने आस-पास के माहौल को सदैव सरल बनाए रखते थे। जनता का सेवक कैसा होता है और अपने निर्वाचन क्षेत्र की सेवा कैसे की जाती है, यदि यह सीखना है, तो बाबूलाल गौर जी के जीवन से सीखना चाहिए। निरंतर काम ही उनके जीवन का सिद्धांत था।

जेटली जी और गौर साहब का निधन पार्टी की बड़ी क्षति : कुलस्ते

                केंद्रीय मंत्री श्री फग्गनसिंह कुलस्ते ने स्व. जेटली जी एवं स्व. गौर साहब को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि श्री अरूण जेटली जी प्रखर चिंतक और संगठन क्षमता के धनी थे। राज्यसभा में मुझे उनसे सीखने का अवसर मिला। वे एक करिश्माई व्यक्तित्व के नेता थे। आदरणीय बाबूलाल गौर जी का जीवन संघर्षों से भरा रहा। उन्होंने कहा कि कैसे विपरीत परिस्थितियों में काम किया जाए, यह बाबूलाल गौर जी से सीखा जा सकता है। उन्होंने आदरणीय जेटली जी और बाबूलाल गौर के निधन को पार्टी की बड़ी क्षति बताया।

कर्म प्रधान नेता थे गौर साहब, जेटली जी ने कार्यकर्ताओं को गढ़ा : झा

                राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री प्रभात झा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री अरूण जेटली को आत्मविश्वास से भरा नेता बताते हुए कहा कि उनसे मैंने संसदीय कार्य की बारीकियां सीखीं। वे नए कार्यकर्ताओं को गढ़ने का काम करते थे। जनसंघ से लेकर भारतीय जनता पार्टी तक उन्होंने विभिन्न दायित्वों पर रहकर पार्टी की सेवा की। जेटली जी प्रखर वक्ता और मौलिक चिंतक थे। पार्टी ही नहीं विपक्षी दल भी उनकी कार्यशैली से प्रभावित थे और यही कारण है कि उनके सभी दलों के लोगों से मधुर संबंध थे। स्व. बाबूलाल गौर को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए उन्होंने कहा कि मैं उनकी इच्छाशक्ति को प्रणाम करता हॅू। गौर साहब जिंदादिल और कर्म प्रधान नेता थे। उन्होंने कहा कि सुषमा जी, जेटली जी और गौर साहब असमय चले गए हैं, लेकिन यह नियति है।

जेटली जी और गौर साहब का निधन मेरी व्यक्तिगत क्षति : भार्गव

                मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री गोपाल भार्गव ने कहा कि आदरणीय जेटली जी और गौर साहब से मेरा जीवंत संपर्क रहा,  इनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। गौर साहब ने मजदूर से मुख्यमंत्री तक का सफर तय किया। वह कर्मशील नेता थे, उनमें अल्हड़पन और जिंदादिली थी। मुझे पिछले 35 वर्षों से विधानसभा में उनका मार्गदर्शन मिलता रहा। वे हमेशा गीता अपने साथ रखते थे और सदन में अपने सवालों से विपक्ष को मौन कर देते थे। उनके निधन से मध्यप्रदेश की राजनीति में एक शून्य पैदा हुआ है। स्व. जेटली जी को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए श्री भार्गव ने कहा कि विधानसभा चुनाव में इलेक्शन पिटीशन को लेकर जेटली जी से मिलना होता था। वे कानून की अच्छी पकड़ रखते थे और एक बेहतर अर्थशास्त्री भी थे। उनका असमय चले जाना न सिर्फ पार्टी बल्कि राष्ट्र की बड़ी क्षति है।

गौर साहब परिश्रम और जेटली जी बौद्धिक क्षमता के धनी थे : विजयवर्गीय

                राष्ट्रीय महासचिव श्री कैलाश विजयवर्गीय ने दिवंगत नेताओं को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि गौर साहब ने शून्य से शिखर तक पहुंचने में परिश्रम की पराकाष्ठा की। उन्होंने कहा कि मैं जब विधायक बना तो मैंने श्री कैलाश जोशी जी, श्री राम नाइक और श्री बाबूलाल गौर जैसे नेताओं से सीखा कि किस प्रकार लगातार चुनाव जीता जाता है। आदरणीय बाबूलाल गौर जैसे अपराजेय नेता से आज के जनप्रतिनिधियों को सीखने की आवश्यकता है कि कैसे जनता से सतत् संवाद बनाया जाता है। स्व. श्री अरूण जेटली को आकर्षक व्यक्तित्व का नेता बताते हुए श्री विजयवर्गीय ने कहा कि जेटली जी कुशल रणनीतिकार थे। चुनाव का नेरेटिव क्या होना चाहिए, यह उनसे सीखा जा सकता है। 2003 में जब वे मध्यप्रदेश के प्रभारी थे तब उन्होंने चुनाव में ‘मिस्टर बंटाढार’ का स्लोगन दिया। जेटली जी नये नेताओं की ग्रूमिंग करते थे। उन्होंने कहा कि जब जेटली जी बोलते थे, तब सब उन्हें चुपचाप सुनते थे। अब जेटली जी चुप हो गए हैं तो उनके व्यक्तित्व और संस्मरणों को लेकर सब बोल रहे हैं।

नये भारत के निर्माण के लिए समर्पित थे हमारे नेता : कप्तान सिंह

                पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व राज्यपाल श्री कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’  का जो संकल्प लिया है, आदरणीय जेटली जी और बाबूलाल जी गौर दोनों ही इस संकल्प के लिए हमेशा समर्पित रहे। उन्होंने कहा कि 2003 में प्रभारी के तौर पर आए जेटली जी ने बंटाढार का नारा दिया, जिसने भारतीय जनता पार्टी को संर्वाधिक सीटें दिलाईं। राज्यसभा में उनके साथ काम करने का मुझे मौका मिला। उनके भाषण में तथ्य व तर्क से भरे हुए रहते थे। मजबूत विपक्ष के नेता के तौर पर उनके सवालों से सत्ता पक्ष निरूत्तर हो जाता था। उन्होंने कहा कि स्व. जेटली जी अच्छे नेता और प्रवक्ता के साथ आर्थिक क्रांति के कौटिल्य भी थे। स्व. बाबूलाल गौर का स्मरण करते हुए उन्होंने कहा कि अपने राजनीतिक सफर में गौर साहब हमेशा जनता के बीच रहे। वह नेता नहीं समाज के कर्मठ सेवक थे। जेटली जी और गौर साहब दोनों ऐसे नेता थे जिन्होंने अपने व्यक्तित्व, पद और प्रतिष्ठा को साध्य के लिए साधन बनाया। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता जेटली जी, गौर साहब को याद कर समर्पण के साथ उनके कार्यां को आगे बढाएं यही इन विभूतियों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

हमसे बिछड़ रहा है कर्मठ, लगनशील नेतृत्व : साध्वी प्रज्ञा

                भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि आदरणीय सुषमा जी, गौर साहब और जेटली जी ऐसी पीढ़ी के नेता थे, जिन्होंने पार्टी को सर्वोच्च स्थान पर ले जाने का काम किया। यह पीढ़ी कर्मठ, लगनशील नेतृत्व की धनी रही है। इन नेताओं के निधन से यह पीढ़ी हमसे बिछड़ रही है। उन्होंने कहा कि जेटली जी और गौर साहब के व्यक्तित्व को पार्टी कार्यकर्ता ध्येय पथ मानकर पार्टी की सेवा करें। यही हमारे नेताओं को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

                श्रद्धांजलि सभा में सांसद व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री नंदकुमारसिंह चौहान, वरिष्ठ नेता श्री कृष्णमुरारी मोघे, पूर्व मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता, श्री नरोत्तम मिश्रा, श्री लालसिंह आर्य, श्री विश्वास सारंग, प्रदेश उपाध्यक्ष श्री रामेश्वर शर्मा, श्री विजेश लुणावत, वरिष्ठ नेता श्री शांतिलाल लोढ़ा, प्रदेश मंत्री श्री पंकज जोशी, सांसद सुश्री प्रज्ञा ठाकुर, प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री लोकेन्द्र पाराशर, प्रदेश कार्यालय मंत्री श्री सत्येन्द्र भूषण सिंह, श्री राजेन्द्र सिंह राजपूत, डॉ. कैलाश जाटवा, महापौर श्री आलोक शर्मा, श्री रमेश शर्मा गुट्टू भैया, प्रदेश प्रवक्ता श्री रजनीश अग्रवाल, जिलाध्यक्ष श्री विकास विरानी, श्रीमती सीमा सिंह, श्रीमती उषा चतुर्वेदी, सुश्री सरिता देशपाण्डे, श्री अनिल अग्रवाल, श्री चेतन सिंह, श्री राघवेन्द्र गौतम, श्री राशिद खान, श्री आशीष अग्रवाल, श्री सुमित ओरछा, सुश्री नेहा बग्गा, श्री राम बंसल सहित अन्य नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी।

विपक्ष के संवैधानिक अधिकार छीन रही कमलनाथ सरकारः राकेश सिंह

                 भोपाल। विपक्ष में रहते हुए सरकार का विरोध करना हमारा संवैधानिक अधिकार है, लेकिन प्रदेश की कमलनाथ सरकार हमारे इस अधिकार को छीनने का काम कर रही है। सरकार विपक्ष को दबाने, कुचलने का प्रयास कर रही है और सरकार की यह कोशिश लोकतंत्र की दृष्टि से उचित नहीं है। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री राकेश सिंह ने सोमवार को मीडिया से चर्चा करते हुए कही।

                प्रदेश अध्यक्ष श्री राकेश सिंह ने कहा कि कमलनाथ सरकार जब से सत्ता में आई है, विपक्ष को दबाने का प्रयास कर रही है। हमारी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष श्री सुरेन्द्रनाथ सिंह द्वारा प्रजातांत्रिक तरीके से आंदोलन करने पर 23 लाख रूपए का जुर्माना लगाना विपक्ष को दबाने की ऐसी ही कोशिशों का एक हिस्सा है। श्री सिंह ने कहा कि कांग्रेस की कमलनाथ सरकार चाहे जितने प्रयास कर ले वह विपक्ष को दबाने और हमारे लोकतांत्रिक अधिकारों को छीनने में कभी सफल नहीं हो पाएगी।

अंतर्विरोधों से घिरी है कांग्रेस

                श्री राकेश सिंह ने कहा कि कांग्रेस अपने ही अंर्तविरोधों से घिरी हुई है। अवैध उत्खनन को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश में खुली छूट दे रखी है। चाहे जिस तरह, चाहे जैसा उत्खनन करो, बंदरबांट करो बस, सरकार बची रहनी चाहिए। पार्टी के अंदर से पैदा हो रहे विरोध से बचने के लिए उन्हें यही रास्ता बेहतर लगा। श्री सिंह ने कहा कि कमलनाथ सरकार अपने विधायकों और मंत्रियों को खुश करने के लिए बारंबार तबादले कर रही है। इसका असर प्रदेश की जनता को भुगतना पड़ रहा है। प्रशासन ठप्प है और कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है।

संगठनात्मक चुनावों को लेकर 3 सितंबर को कार्यशाला

                भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश चुनाव अधिकारी श्री हेमंत खण्डेलवाल एवं सह चुनाव अधिकारी श्री विजेश लुणावत ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी के संगठनात्मक चुनावों को लेकर पार्टी की प्रदेश स्तरीय कार्यशाला 3 सितंबर को प्रातः 11 बजे प्रदेश कार्यालय पं. दीनदयाल परिसर में आयोजित की गयी है। न्होंने बताया कि कार्यशाला में प्रदेश में निवासरत राष्ट्रीय पदाधिकारी, प्रदेश पदाधिकारी, समस्त सांसद, विधायक, जिलाध्यक्ष, जिला निर्वाचन अधिकारी, सह निर्वाचन अधिकारी एवं संभागीय संगठन मंत्री उपस्थित रहेंगे।

प्रदेश अध्यक्ष 27 अगस्त को पन्ना में  भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री राकेश सिंह 27 अगस्त को पन्ना प्रवास पर रहेंगे। श्री राकेश सिंह मंगलवार को प्रातः 11.30 बजे पन्ना में पार्टी के जिला कार्यालय का उद्घाटन करेंगे।