मंदिर विस्तारिकरण की आड़ द्वेषता की राजनीति कर रही है काँग्रेस – पारस जैन
उज्जैन |महाकाल मंदिर विस्तारिकरण की योजना बैठक मे स्थानीय जनप्रतिनिधियों को नहीं बुलाकर प्रदेश की काँग्रेस सरकार ने पुनः एक बार अपनी पक्षपात और भेदभाव पूर्ण राजनीति का उदाहरण प्रस्तुत किया है ! साथ ही बैठक मे स्थानीय जनप्रतिनिधियों की अवहेलना कर प्रदेश सरकार ने ये भी सिद्ध कर दिया है की, महाकाल मंदिर विस्तारिकरण की योजना उनके सिर्फ एक राजनैतिक मुद्दा है और सरकार इसको लेकर बिलकुल भी संवेदनशील नहीं है ! ये बात उज्जैन उत्तर विधायक श्री पारस जैन ने काँग्रेस सरकार की पक्षपात पूर्ण नीति को लेकर प्रतिक्रीया स्वरूप कही !
मीडिया प्रभारी सचिन सक्सेना के अनुसार विगत शनिवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ की अगुवाई मे भोपाल मे महाकाल मंदिर विस्तारिकरण को लेकर बैठक आयोजित की गयी थी परंतु स्थानीय जनप्रतिनिधियों को राजनैतिक द्वेषता के चलते इस महत्वपूर्ण बैठक से दूर रखा गया , ठीक इसी प्रकार शुक्रवार को उज्जैन मे भी एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गयी जिसमे मुख्य सचिव , प्रभारी मंत्री , मंत्री गण सहित काँग्रेस के विधायक एवं महाकाल मंदिर समिति के सदस्य भी शामिल हुए परंतु भोपाल बैठक की तर्ज़ पर पुनः एक बार प्रदेश सरकार ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों की अवहेलना करते हुए उन्हे बैठक मे आमंत्रित नहीं किया ! इस पक्षपात पूर्ण रवैये पर कड़ी प्रतिक्रीया देते हुए उज्जैन उत्तर विधायक श्रे पारस जैन ने कहा की इस प्रकार जनता के द्वारा चुने हुए जन प्रतिनिधियों की बारंबार अवहेलना कर काँग्रेस वास्तव मे उज्जैन की जनता का अपमान कर रही है ! अगर सरकार महाकाल मंदिर के विस्तारिकरण को लेकर वाकई गंभीर हे तो उन्हे स्थानीय जन प्रतिनिधियों को भी इस बैठक मे शामिल करना चाहिए जिससे की सर्वसम्मति से एक जनहितेशी योजना बनाई जा सके एवं उसका क्रियान्वयन हो सके ! श्री जैन ने कहा की ये कोई राजनैतिक मुद्दा नहीं हे पर सरकार दुर्भावना के चलते महाकाल मदिर के राजनीतिकरण से भी गुरेज नहीं कर रही है !
उज्जैन विधायक डॉ मोहन यादव ने प्रदेश सरकार की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए कहा की विस्तारिकरण को लेकर सरकार द्वारा अपनी नीति स्पष्ट नहीं करना और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से दूरी बनाना सरकार की भेदबाव पूर्ण नीति को उजागर करता है साथ ही प्रदेश सरकार को ये भी स्पष्ट करना चाहिए की मंदिर विस्तारिकरण के लिए उसका ब्लू मैप क्या है एवं इस योजना का क्रियान्वयन किस मद से किया जाना है ? डॉ यादव ने कहा की अगर इस योजना का क्रियान्वयन स्मार्ट सिटी योजना के तहत किया जाना है तो क्या स्मार्ट सिटी एडवाईज़री बोर्ड की बैठक कर सभी सदस्यों जिसमे सांसद विधायक एवं महापोर शामिल हैं की सहमति ले ली गयी है ? क्या बोर्ड से विस्तारिकरण के लिए पुनर्नियोजन का प्रस्ताव पारित करवाया गया है ! डॉ यादव ने कहा की वास्तव मे ये योजना स्मार्ट सिटी के तहत बन रही है जिसकी राशि केंद्र सरकार द्वारा जारी की जाती है ऐसे मे मुख्यमंत्री का इस योजना के लिए बड़े बड़े विज्ञापन प्रसारित करवाकर झूठा श्रेय लेना हास्यापद लगता है ! बैठक मे कॉंग्रेस विधायकों को सम्मिलित करना और भाजपा के जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा करना वास्तव मे काँग्रेस की लोकसभा मे हुई हार की खिंज को दर्शाता है ! डॉ यादव ने अपने मन्तव्य को स्पष्ट करते हुए कहा की हम अवन्तिका के वासी है और इस शहर मे बाबा महाकाल के लिए लायी गई प्रत्येक योजना का हम स्वागत करते हैं , परंतु बाबा के आशीर्वाद से निर्वाचित हुए जन प्रतिनिधियों को उन्ही के लिए बनाई जा रही योजना से दूर रखना सर्वथा अनुचित होने के साथ साथ उज्जैन की जनता का भी अपमान है , जिसे सहन नहीं किया जाएगा !
उज्जैन आलोट सांसद श्री अनिल फिरोज़िया ने कहा की महाकाल मंदिर करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र है पर प्रदेश सरकार की कार्यशैली इसे राजनैतिक अखाडा बनाने की है , मंदिर विस्तारिकरण की योजना बाबा महाकाल के असंख्य भक्तों की सुविधा को ध्यान मे रखकर बनाई जानी चाहिए सब की सहमति से बनाई जानी चाहिए पर सरकार द्वारा बनाई जा रही इस योजना मे स्थानीय जनप्रतिनिधियों को नज़र अंदाज़ करना स्वतः ही सरकार की कार्यशैली और मंशा पर सवालिया निशान खड़ा करता हैं ! महाकाल मंदिर विस्तारिकरण का हमने पूर्व मे भी स्वागत किया है और हम आज भी स्वागत करते हैं पर जिस प्रकार काँग्रेस स्थानीय जनप्रतिनिधियों को अनदेखा कर रही है वास्तव मे वो जनादेश का अपमान कर रही है जो आलोकतांत्रिक होने के साथ साथ असंवेधानिक भी है !