देवास

आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व मिनी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओ ने सौंपा ज्ञापन 

देवास।  आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं व मिनी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओ ने जुन, जुलाई का मानदेय नहीं मिलने पर मुख्यमंत्री के नाम पर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा । आंगनवाडी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रंजना राणा ने बताया कि आंगनवाडी कार्यकर्ता, मिनी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं को जून-जुलाई का मानदेय आज दिनांक तक प्राप्त नहीं हुआ है। हमारी आंगनवाड़ी की बहनों में 90 प्रतिशत महिला ऐसी है जिन्हें परिवार की जिम्मेदारी उठानी पड़ती है। बच्चों के पढ़ाई के खर्च से स्कूल फिस, यूनिफार्म, स्कूल बस ,अपना व परिवार खर्च आदि की व्यवस्था की आंगनवाड़ी के मानदेय पर निर्भर रहतीं हैं । ज्ञापन में बताया गया कि आपके वचन पत्र का पालन करते हुए आंगनवाडी कर्मियों को तत्काल नियमित करते हुए सरकारी कर्मचारी के समस्त लाभ दिये जाए। म.प्र. शासन के मद से कटोत्री के आदेश को तत्काल निरस्त कर क्रमश: 11500, 7000, 5750 रू मानदेय 1 अक्टूबर 2018 से जुलाई 2018 से जुलाई 2019 तक के एरियर की राशि प्रदान कर आंगनवाडी को न्याय प्रदान करें। आंगनवाडी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं एवं मिनी आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को 10 वर्ष पूर्ण करने पर शासन की घोषणानुसार योग्यता, अनुभव के आधार पर सुपरवाईजर के पद पर पदोन्नत किया जाए।  आंगनवाडी कार्यकर्ता व मिनी कार्यकर्ता व सहायिकाओं को शासकीय कर्मचारी घोषित कर तृतीय श्रेणी व चतुर्थ श्रेणी का दर्जा दिया जाए। आंगनवाडी कार्यकर्ताओं व मिनी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को सामाजिक सुरक्षा के तहत पेंशन, पी.एफ.ग्रज्युटी, महंगाई भत्ता, प्रमोशन एवं चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए। आंगनवाडी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं एवं मिनी कार्यकर्ताओं को उम्र बंधन हटाकर योग्यता के आधार पर शत प्रतिशत पदोन्नत किया जाए। कठिन एवं दुर्गम क्षेत्र में पदस्थ आंगनवाडी कर्मचारी कठिनाई जगहों से मासिक मीटिंग में आती है उन्हें भत्ते का भुगतान किया जाए। जिन आंगनवाडी कर्मियो की 15 वर्ष की सेवा प्रणाली है उनके उन्नयन केन्द्र वरिष्ठ आंगनवाडी कार्यकर्ता, वरिष्ठ सहायिका नामक पद सृजित किया जाए तदनुसार मानधन, वेतन के मद आर्थिक लाभ आय भुगतान करने हेतु नवीन नीति बनाई जाए एवं भुगतान सुनिश्चित किया जाए। आंगनवाडी कार्यकर्ताओं व मिनी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को बढ़ा हुआ मानदेय आज तक नहीं मिला है जिससे आंगनवाडी बहनों को परेशानी का सामना करना पडता है, मानदेय माह की 1 से 5 तारीख तक दिया जाए।  1 अक्टूबर 2018 से केन्द्र सरकार द्वारा बढ़ाया गया मानदेय अभी तक नहीं मिला है। एरियर सहित उसका भुगतान किया जाए।  आगंनवाडी कार्यकर्ताओं को माह जून एवं जुलाई का मानदेय आज दिनांक तक नहीं मिला हैै, आंगनवाडी कार्यकर्ताओं, सहायिकाएं 90 प्रतिशत अपने मानदेय पर बच्चों की फीस, भवन किराया, घर खर्च आदि चलाती हैं। अत: प्रत्येक माह की 1 तारीख को मानदेय देना सुनिश्चित किया जाए। यदि हमारे साथ हुए अन्याय खत्म नहीं हुए तो 9 सितम्बर से संपूर्ण प्रदेश में तालाबंदी हड़ताल की जाएगी। जिसकी समस्त जिम्मेदारी म.प्र. शासन की होगी। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष स्नेहलता गोंड, इंजीनियरिंग संघ अध्यक्ष रमेश द्विवेदी,मीना पराड़कर,गजेन्द्र पराड़कर, ममता मिश्रा, रकमणी यादव, रानी सिंह, जरीना खान आदि उपस्थित थीं ।