नाबालिग छात्रा ने की बाल-विवाह के खिलाफ बगावत
(देवराज सिंह चौहान) रांची: बाल विवाह एक अभिशाप है और इसे रोकने के लिए सख्त कानून भी बनाये गए हैं. बावजूद इसके अब भी कई नाबालिग इस आग में झोंक दी जाती है. ऐसा ही एक आरोप झारखंड के रांची के सुखदेवनगर थाना क्षेत्र की रहने वाली नाबालिग छात्रा ने अपने परिवार पर लगाया है.
स्कूल यूनिफार्म में घूम रही इस नाबालिग ने अपने ही परिवार से बगावत की है. दरअसल इस नाबालिग ने बाल विवाह के खिलाफ खड़े होकर मिसाल पेश करने का काम किया है. नाबालिग का अपने ही परिवारवालों पर आरोप है कि परिवार उसकी मुस्कुराहट छीनना चाहता है. परिवार वालों चाहते हैं कि वो पढ़ना लिखना बंद करे और उसकी शादी हो जाए. इसे लेकर नाबालिग का अपने परिवार वालों पर ही उसे प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.वहीं इस पूरे मामले पर नाबालिग की मां और बहन का कहना है कि छात्रा द्वारा लगाया गया है कि हर आरोप बेबुनियाद है. वह काफी गरीब परिवार से हैं इसीलिए बच्ची को काम करने के लिए बोला जाता है लेकिन एक दिन उनकी बेटी भाग गई जिसकी शिकायत भी थाने में कई गयी थी.
मारपीट की बात स्वीकारते हुए नाबालिग की मां का कहना है कि बच्ची बहुत जिद्दी थी इसलिए दो दिन पहले उसे दो थप्पड़ लागया गया था जो कि बेटी को सुधारने के लिए सामान्य बात है. वहीं, नाबालिग की बहन का कहना है कि पूरा परिवार चाहते हैं कि सब लोग पढ़े और कुछ करें इसीलिए नाबालिग का आरोप सही नहीं.