आज कश्मीर ने भारत की स्वातंत्रता को आत्मसात किया – डॉ चिंतामणि मालवीय
उज्जैन| अनुच्छेद 370 के नाम पर काश्मीर को आज़ादी के बाद से ही देश के विकास की मुख्यधारा से अलग रखा गया जिसके चलते काश्मीर का आर्थिक एवं शेक्षणिक विकास जिस गति से होना था नहीं हो पाया और काश्मीर भारत के विकास मे अन्य राज्यों की तुलना मे उपेक्षित ही रहा ये बात प्रदेश प्रवक्ता डॉ चिंतामणि मालवीय ने भाजपा कार्यालय मे आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कही !
मीडिया सह प्रभारी दिनेश जाटवा के अनुसार अनुछेद 370 की समाप्ती विषय को लेकर मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी कार्यालय पर वरिष्ठ नेताओं ने पत्रकार वार्ता के माध्यम से मीडिया से चर्चा की इसमे प्रमुख रूप से प्रदेश प्रवक्ता डॉ चिंतामणि मालवीय , श्री राजपाल सिंह सीसोदिया , विधायक श्री पारस जैन एवं संभागीय मीडिया प्रभारी श्री सचिन सक्सेना शामिल हुए !
डॉ मालवीय ने अनुच्छेद 370 की समाप्ती वाले बिल पर चर्चा करते हुए कहा की इस धारा के चलते काश्मीर भारत का हिस्सा होते हुए भी वो सुविधाए प्राप्त करने से वंचित रहा जो की देश के अन्य राज्यों को मिलती रही थी ! भाजपा प्रारम्भ से ही काश्मीर मे दो विधान दो प्रधान और दो विधान की विरोधी रही है एंव धारा 370 से कश्मीर की आज़ादी की पक्षधर रही है जिसकी चलते हमारे जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी को अपने प्राणो का बलिदान भी देना पड़ा ! डॉ मालवीय ने कहा की एक व्यक्ति के तानाशाही मंतव्य का भुगतान आजतक हमारे देश ने किया है, कश्मीर मे आरटीआई , आर टी ई लागू नहीं थी वहाँ सीएजी लागू नहीं था अर्थात वो सब योजनाए एवं कानून जो भारत मे रहने वाले प्रत्येक नागरिक को भारत का संविधान प्रदत्त करता है कश्मीर उनसे अछूता था ! ये मोदी सरकार के कठोर निर्णय लेने की क्षमता का ही परिणाम है की आज काश्मीर इस असंवेधानिक एवं तानाशाही निर्णय जो उस वक्त किसी को सीधा सीधा लाभ पहुंचाने के नियत से लिए गए थे से मुक्त हुआ है ! डॉ मालवीय ने चर्चा के दौरान कहा की ये हमारे देश का दुर्भाग्य ही था जिसके चलते जब सदन मे कोई भी बिल पास होता था तो उसमे लिखा होता था की जम्मू काश्मीर को छोडकर पर हम ये गर्व से कह सकते हैं की माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व मे और गृहमंत्री श्री अमित शाह के मंत्रित्व काल मे एक ऐसा बिल बनने जा रहा है जो समूचे देश को इस कलंक से मुक्त करेगा ! ये आज प्रत्येक हिन्दुस्तानी के लिए गौरव का विषय है की वास्तव मे कश्मीर अब भारत की स्वतन्त्रता को पूर्णतः आत्मसात कर पाएगा !
काँग्रेस का व्यवहार एवं विचारधारा जनमानस विरोधी
डॉ मालवीय ने काँग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा की काँग्रेस की एक परिवार के प्रति तुष्टीकरण एवं कमजोर नेतृत्व वाली नीति के चलते समूचे देश को इस त्रास को भोगना पड़ा , परंतु आज भी काँग्रेस अपनी गलती मानने की जगह भारत के जनमानस के विरोध व्यवहार कर रही है , कॉंग्रेस का ये रवैया गैर जिम्मेदाराना है या यूं कहे की काँग्रेस पाकिस्तान की भाषा बोल रही है !
डॉ मालवीय ने यह भी स्पष्ट किया की जब हम जम्मू कश्मीर की बात करते हैं तो उसमे POK एवं चीन के कब्जे के क्षेत्र का अक्साई भी शामिल होता है !
इस अवसर पर विधायक श्री पारस जैन ने कहा की ये हम सब के लिए भी सौभाग्य की बात है की हम आज एक ऐसे निर्णय के साक्षी बने है जो की अखंड भारत को पुनः स्थापित करने की दिशा मे महत्वपूर्ण कदम है ! सरकारे तो पूर्व मे भी रही है परंतु कठोर निर्णायक क्षमता एवं दृढ़ इच्छाशक्ति की कमी के चलते ऐसे निर्णयों से बचती रही और देश का नुक्सान होता रहा !
प्रदेश प्रवक्ता श्री राजपाल सिंह सीसोदिया ने वार्ता को संबोधित करते हुए कहा की ये इस हम सबके लिए विडम्बना ही थी जो कश्मीर मे हमारा संविधान एवं कानून लागू नहीं होता था , श्री सीसोदिया ने स्पष्ट करते हुए कहा की जहां एक और पूरे देश मे आईपीसी लागू रहती थी वहीं कश्मीर मे आरपीसी अर्थात रणवीर पीनल कोड प्रभाव मे हुआ करती थी जिसकी धराए अलग थी सजाये अलग थी आज इस निर्णय से एक देश मे दो संविधान जैसी कुनीति पर भी विराम लगा है !
नगर जिलाध्यक्ष श्री विवेक जोशी ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा की 2 दिन पूर्व तक प्रत्येक भारतीय के मन मस्तिष्क मे एक ही सवाल था क्या धारा 370 को समाप्त किया जा सकता है क्या कश्मीर के एक निशान और एक विधान की परिकल्पना साकार हो पाएगी परंतु आज आप और हम सब साक्षी है इस पल के जब ये असंभव से लगने वाले कार्य को अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति के चलते मोदी सरकार ने कर दिखाया वास्तव मे ये सिर्फ कश्मीर वासियों के लिए नहीं अपितु समूचे भारत वर्ष के लिए एक सौगात है जो की धारा 370 की समाप्ती के रूप मे हमे प्राप्त हुई है ! अब कश्मीर का भी सर्वांगीण विकास अन्य राज्यों की भांति हो सकेगा इसके लिए केंद्रीय नेतृत्व का कोटी कोटी आभार है !