तू इधर उधर की बात ना कर यह बता कि काफिला क्यों लुटा,
देवास विगत दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं एवं नगर निगम में कांग्रेस के पार्षदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं नगरीय प्रशासन मंत्री श्री जयवर्धन सिंह से लोक निर्माण मंत्री श्री सज्जन सिंह वर्मा व शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी के नेतृत्व में भेंट कर उनसे देवास नगर की अनियमितताओं को लेकर अपनी बात रखी थी। इसके बाद देवास महापौर सुभाष शर्मा ने एक व्यकतव्य दिया जिसमें उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता शहर की जनता को ही नहीं सीएम को भी दिग्भ्रमित कर रहे हैं। इसका जवाब देते हुए शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी ने सबसे पहले सूचना के अधिकार के तहत नगर निगम से नगर निगम की देनदारी ओं के संदर्भ में जानकारी ली इसके बाद उन्होंने बयान जारी करते हुए महापौर को जवाब देते हुए कहा कि तू इधर उधर की बात ना कर यह बता कि काफिला क्यों लुटा मुझे रहजुनुन से गिला नही तेरी रहबरी का सवाल है ,श्री राजानी ने नगर निगम से जो जानकारी सूचना के अधिकार के तहत ली उसके अंतर्गत आज 3 अगस्त 2019 नगर निगम को 1,79 98,77,341 करोड रुपए की देनदारीया बाकी है जो विभिन्न मदों में नगर निगम को उक्त देनदारी यों को चुकाना है इसके अंतर्गत आश्रय निधि ,सिहस्थ की बची हुई राशि ,विश्व बैंक से लिए गए ऋण की राशि ,ठेकेदारों को सप्लाई ,ठेकेदारो ओर सप्लायरों का भुगतान अन्य शासकीय संस्थाओं को भुगतान ,विभिन्न योजना हेतु लिया गया ऋण, इसी के साथ नगर निगम में जो भी योजनाएं संचालित की जा रही है उनकी कुल राशि एक सो उन्नस्सी करोड़ इनठीयानु लाख स्तोतर हजार तीन सौ इकतालीस रुपये होती है । श्री राजानी ने बताया कि प्रमाण सहित इतनी देन दारियो के बावजूद महापौर जो कि शहर के प्रथम नागरिक हैं। जिन्हें देवास की जनता ने चुना है वे स्वयं ही झूठ बोलकर देवास की जनता को दिग्भ्रमित कर रहे हैं झूठ बोल रहे हैं और आरोप कांग्रेस पर लगा रहे हैं | इसी के साथ महापौर श्री सुभाष शर्मा ने कहा था कि किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जा रहा है वही पिछले 5 वर्षों में बेहतर वित्तीय प्रबंधन से नगर निगम ने शहर के हित में समस्त योजनाओं का आगे बढ़ाया है सिर्फ 30 से 35 करोड़ की देनदारीया ही है । जबकि सूचना के आधार पर प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तो दूध का दूध और पानी का पानी हो चुका है श्री राजानी ने महापौर से कहा कि वे जनता से झूठ बोलने को लेकर सार्वजनिक रूप से माफी मांगे और अपनी असफलताओं को छुपाए नहीं मान ले कि उनके कार्यकाल में नगर निगम में भारी भ्रष्टाचार हुआ है । श्री राजानी ने कहा कि अगर मैं गलत हूं तो हाथ कंगन को आरसी क्या पढ़े लिखे को फारसी क्या एक बार और वह जांच करा ले उन्हीं कि नगर निगम ने मुझे सूचना के अधिकार के तहत यह जानकारी उपलब्ध कराई है इसी के साथ कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी ने नगर निगम से प्राप्त देन धारियों की सूची भी समाचार के साथ संलग्न की है जो विभिन्न मदों में नगर निगम को चुकाना है ।