राजगढ़ पुलिस द्वारा इतिहास की सबसे बड़ी रिकवरी
राजगढ़ । जिले के खिलचीपुर क्षेत्र में उस समय सनसनी फैल गई जब वहां के रहवासी रात की गहरी नींद से ठीक से जाग भी नहीं पाए थे उससे पहले ही खिलचीपुर में पुलिस की गाड़ियों के सायरन की गूंज दूर-दूर तक सुनाई दे रही थी. स्वयं जिला पुलिस अधीक्षक श्री प्रदीप शर्मा और एसडीओपी खिलचीपुर सुश्री निशा रेड्डी, एफएसएल डॉ. नीलेश निम्जे उनकी टीम, फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट्स, डॉग स्क्वायड और साइबर एक्सपर्ट्स के साथ तड़के सुबह 5 बजे खिलचीपुर तोपखाना गेट पर उपस्थित थे, लोगों को अब तक समझ नहीं आ रहा था कि आखिरकार ऐसा क्या हुआ जो जिले के आला अधिकारी भी आज तड़के ही यहां मौजूद है परंतु जैसे ही चोरी की घटना की बात साफ हुई तो चोरी गए सामान का आकलन शुरू हुआ और आखिरकार चोरी गए सामान की संख्या और राशि सुनकर लोगों के होश उड़ गए। विदित हो कि दिनांक 05 और 06/06/19 की दरमियानी रात मे फरियादी बृजमोहन गुप्ता ने उनके निवास पर चोरी होने की सूचना खिलचीपुर थाने पहुंचकर दी। सूचना पर से थाने पर अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 215/19 धारा 457,380 भादवि का कायम कर विवेचना में लिया गया। घटना की सूचना लगते ही जिला पुलिस अधीक्षक श्री प्रदीप शर्मा ने जिले के विशेष दस्तों को मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए एवं स्वयं अपने दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे, घटना गंभीर प्रकृति की पाए जाने पर चोरी गए मशरूका एवं अज्ञात चोरों की पतारसी हेतु एसडीओपी खिलचीपुर, थाना प्रभारी खिलचीपुर के नेतृत्व में जिले के विभिन्न थानों में पदस्थ अधिकारियों एवं कर्मचारियों की एक विशेष टीम का गठन किया गया एवं श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय राजगढ द्वारा आरोपीयो की पतारसी करने पर प्रत्येक आरोपी पर 10-10 हजार के नगद इनाम की घोषणा भी कर दी गई।
फरियादी के अनुसार फरियादी चाय पत्ती व जर्दा का थोक व्यापारी है तोपखाना गेट के पास उसका घर है एवं बस स्टैण्ड खिलचीपुर पर जर्दा व चायपत्ती की दुकान है। घटना दिनांक को फरियादी व उसकी पत्नी माया गुप्ता खाना खाकर रात्रि करीबन 01 बजे सो गये थे तथा घर का चौकीदार पर्वत सौध्या भी सो गया था। अचानक रात के करीबन ढाई बजे फरियादी की नींद खुली तो उन्होंने ठाकुरजी वाले कमरे का दरवाजा खुला देखा जिसमे फरियादी की तिजोरी व पैसे रखने की संदूक रखी थी। तिजोरी में फरियादी व उसकी लडकी के जेवर व नकदी रूपये रखे थे। चूकि फरियादी रोज कमरे के दरवाजे मे ताला लगाकर सोता था तो उन्हें शंका हुई तब उन्होंने अपनी पत्नी माया गुप्ता को जगाया और दोनों ने ठाकुर जी के कमरे में जाकर देखा तो तिजोरी व पैसे रखने का संदूक खुला था तथा कमरे का सामान बिखरा पडा था। फरियाादी द्वारा तिजोरी व संदूक मे देखा तो रूपये व जेवर नही थे, जिसकी सूचना फरियादी ने अपने दोस्त महेश व परिजनो व पुलिस को दी ।
अज्ञात चोरो की तलाश एवं चोरी गये मशरूका की बरामदगी हेतु जिला पुलिस अधीक्षक श्री प्रदीप शर्मा द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री नवल सिंह सिसोदिया एवं एसडीओपी खिलचीपुर सुश्री निशा रेडडी के मार्गदर्शन में तथा नवागत थाना प्रभारी वीरेंद्र धाकड के नेतृत्व मे गठित विशेष अनुसंधान दल द्वारा आरोपीगण व मशरूका की पतारसी करने हेतु करीबन 200 संदेहीयान से पूछताछ की गई तथा जिले की सायबर सेल की टीम द्वारा कस्बा खिलचीपुर से प्राप्त सायबर डाटा का एनालसिस किया गया व करीबन 10000 से भी ज़्यादा मोबाइल नंबरो का विश्लेषण एवं सत्यापन किया गया। आसपास के थाना क्षेत्र जीरापुर, माचलपुर, भोजपुर एवं राजस्थान के घाटोली एवं भालता आदि के बदमाशो व संदिग्धो से पूछताछ की गई। टीम द्वार पिछले पांच साल से संपत्ति संबंधी अपराधो मे गिरफतार आरोपीयो से पृथक-पृथक पूछताछ कर घटना के संबंध मे जानकारी प्राप्त की गई। घटना दिनांक को घटना स्थल पर दो लोगो के चांस प्रिंट मिले थे जिनको मिलान हेतु 100 संदिग्ध लोगो के फ्रिंगर प्रिंट भेजे गये। बीच-बीच मे फरियादी से मशरूका के संबंध मे पूछताछ भी की जा रही थी फरियादी द्वारा एफआईआर मे सात लाख व सोने चांदी के आभूषण बताये थे फिर 20 लाख रूपये व 35 तौला सोना व तीसरी बार मे 35 लाख रूपये व 50 तौला सोना चोरी होना बताया था।
विवेचना के दौरान मुखविरो द्वारा सूचना दी गई कि नारदा बडली पर रहने वाले जाकिर व बाबर और सोमवारिया का शाहिद खाॅन इस घटना मे शामिल है। जिन्हे विशेष अनुसंधान दल के द्वारा थाने पर बुला कर पूछताछ की गई परंतु तत्समय कोई ठोस सबूत न होने से पुलिस ने तीनो को थाने से जाने दिया और अपना जाल बिछाकर आगे होने वाली हलचल को ध्यान में रखते हुए उनपर सतत नजर रखी गई, कुछ समय बाद उक्त संदेहीयो की लगातार मानीटरिंग करने पर ज्ञात हुआ कि जाकिर ,बाबर और शाहिद जिले के निगरानी बदमाश राधेश्याम तंवर के लगातार संपर्क मे थे, जिसके आधार पर राधेश्याम तंवर की तलाश की गई. मुखविर तंत्र का इस्तेमाल कर राधेश्याम तंवर को आखिरकार दिनांक 16/07/19 को धर दबोचा गया। संदेही राधेश्याम से हिकमत अमली व बारीकी से पूछताछ की गई तो राधेश्याम पुलिस की सख्ती के आगे ज्यादा देर तक टिक नही पाया और अपराध के संबंध मे परत दर परत पर्दा उठाता चला गया। राधे श्याम ने पूछताछ मे बताया कि मैने नारदा बडली के जाकिर व बावर एवं सोमबारिया के शाहिद के साथ मिलकर चोरी की घटना घटित की है, हमारे साथ ग्राम नारायणपुरा झालरा पाटन के कुछ कंजर भी इस घटना मे शामिल थे। राधेश्याम की गिरफ्तारी होते ही उसके सहयोगी जाकिर, बाबर और शाहिद फरार हो गए जिनकी तलाश की जाने लगी।
राधेश्याम काफी शातिर प्रकृति का अपराधी था वह गिरफ्तारी के दिन से ही कभी कुछ तो कभी कुछ मनगंढत कहानिया बताता रहा और जांच में जुटी पुलिस को गुमराह करता रहा, परंतु पुलिस टीम ने सतत प्रयास जारी रखें अंततः पुलिस को अपनी हिकमत अमली से चोरी गया मशरूका 23 तोला सोना व 22 लाख 50 हजार नगदी सहित कुल मशरूका 31 लाख 50 हजार रूपये करीबन का बरामद करने में बहुत बड़ी सफलता हासिल हुई, उक्त बरामद किया गया मशरूका राधेश्याम तंवर ने अपने ग्राम खुटीयाबे मे घर के एक कोने मे जमीन के अंदर गाढ कर रखा हुआ था, जिन्हे पुलिस द्वारा मौके पर जप्त किया गया। इसी घटनाक्रम के बीच पुलिस टीम के द्वारा राजस्थान पुलिस की मद्दद से झालरा पाटन के ग्राम नारायणपुरा के कंजर डेरो पर कई बार दविश देकर आरोपी कंजरो को पकडने के हर संभव प्रयास किये गए पर आरोपी राधेश्याम की गिरफ्तारी की खबर सुनकर फरार हो गए और गांव में नहीं मिल पाते थे जिनकी पतारसी के लिए कई बार डेरों से उनके परिजनों को थाना तलब कर उनसे भी पूछताछ की गई किंतु आरोपियों को पकडने मे सफलता प्राप्त नही हो सकी। फिर मुखविरो से पतारसी के दौरान सूचना मिली की घटना मे राधेश्याम के सहयोगी जाकिर, बाबर व शाहिद जीरापुर बस स्टैण्ड से कही जाने की फिराक मे वहां आस पास ही कहीं छिपे हुये है। सूचना पर तत्काल विशेष अनुसंधान दल द्वारा जीरापुर बस स्टैण्ड पर दविश देकर जाकिर व बावर को पकडा गया पर शाहिद नहीं मिला बाद में पता चला की शाहिद एक घंटे पहले ही किसी बस मे बैठकर कही चला गया है। आरोपी जाकिर व बाबर को पकड कर थाने लाया गया व राधेश्याम से आमना सामना कराने पर उनका अडियल रवैया ज्यादा देर तक टिक नही सका और जाकिर व बावर ने अपने द्वारा जुर्म करना स्वीकार कर लिया.
तीनो चोरो ने एकमत होकर सिलसिलेवार संपूर्ण घटनाक्रम इस प्रकार बताया कि आरोपी राधेश्याम व जाकिर पर दो-दो लाख रूपये का कर्ज था व बावर पर एक लाख रूपये का कर्ज था। घटना से 15 दिन पहले आरोपी जाकिर व राधेश्याम की कस्बा खिलचीपुर मे बस स्टैण्ड पर मुलाकात हुई थी दोनो ने किसी बडी घटना को अंजाम देकर अपना अपना कर्ज चुकाने की बात पर सहमति बनाई और तब जाकिर ने एक ऐसा घर चुना जिसमे हाथ साफ कर आरोपियो का कर्ज आसानी से चुक जाये एंव खर्चे के रूपये भी बच जाये। फिर जाकिर ने राधेश्याम को बृजमोहन गुप्ता का घर बताया और जानकारी दी की यह जर्दा व चायपत्ती का थोक व्यापारी है इसके पास बहुत पैसा है अगर इसके घर पर चोरी की जाये तो अपना काम बन जायेगा।
उक्त दोनो शातिर बदमाशो के बीच समझौता हुआ और राधेश्याम ने जाकिर को बताया कि मेरे पास ये काम करने के लिये एक चोरो की टोली है जो ये काम बडी ही आसानी से कर सकते है, फिर राधेश्याम ने नारायणपुरा झालरा पाटन के 5 कंजर समुदाय के व्यक्तियों से संपर्क कर घटना को अंजाम देने के लिये तैयार कर लिया और घटना की साजिश रची।
साजिश के मुताबिक उक्त सभी ने यह तय किया कि दिनांक 05 व 06/06/19 की रात को घटना को अंजाम देते है, फिर योजना के मुताविक सभी चोर बृजमोहन गुप्ता के घर चोरी करने के लिये राधेश्याम तंवर के घर इकठठे हुये और रात को ही फरियादी बृजमोहन गुप्ता के घर मे पीछे की दीवार से चढ कर छत के रास्ते से जाकर चोरी की घटना को अंजाम दिया । जाकिर व नारायणपुरा के चार कंजरो ने बृजमोहन गुप्ता के घर मे चोरी की वहीं राधेश्याम तवंर शाहिद ,बाबर व एक कंजर बाहर ईट भटटो के पास छिपकर अलग अलग दिशा ने नजर रख कर निगरानी करते रहे। कुछ समय बाद बृजमोहन गुप्ता के घर गये इनके अन्य साथी माल पर हाथ साफ कर बाहर आ गये और सभी वहाॅ से भाग गये और चोरी का सारा माल बाद में आपस मे बांट लेने की नीयत से राधेश्याम तंवर के घर छिपा कर रख दिया।
श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय श्री प्रदीप शर्मा भापुसे के कुशल नेतृत्व व निर्देशन, व एसडीओपी खिलचीपुर सुश्री निशा रेड्डी के सतत मार्गदर्शन मे विशेष अनुसधांन दल की जीतोड़ मेहनत की बदौलत चोरी गये माल के बटने के पूर्व ही चोरी करने वालो को पकड कर माल बरामद करने में सफलता अर्जित की गई है।
गिरफतारशुदा आरोपीगणो के नाम जप्तशुदा मशरूका
1. राधेश्याम पिता बापूलाल तंवर उम्र 40 साल निवासी ग्राम खुटीयावे थाना भोजपुर नगदी 21 लाख 96 हजार पाॅच सौ रूपये एंव सोने के जेवर 23 तौले कीमती 08 लाख कुल मशरूका 29लाख 96 हजार 500 रूपये एंव आरोपी के द्वारा घटना मे प्रयुक्त मोटर साइकिल किमती 40 हजार
2. जाकिर पिता बाबू खाॅ उम्र 32 साल निवासी नाहरदा बडली थाना खिलचीपुर घटना मे प्रयुक्त एक टांमी ,घटना मे प्रयुक्त मोटरसाइकिल व नगदी 27000 रूपये कुल मशरूका 67000 रूपये
3. बाबर पिता बाबू खाॅ उम्र 22 साल निवासी नाहरदा बडली थाना खिलचीपुर नगदी 27 हजार रूपये व घटना मे प्रयुक्त मोटर साइकिल कुल मशरूका 67 हजार रूपये
कुल मशरूका नगदी 22लाख 50 हजार एंव 23 तौला सोना कीमती 08 लाख करीबन , घटना मे प्रयुक्त तीन मोटरसाइकिल कीमती एक लाख 20 हजार एंव आरोपीगणो के तीन मोबाइल
कुल मशरूका कीमती 31 लाख 70 हजार
घटना के फरार आरोपीगण:-
1. शाहिद पिता वहिद शाह निवासी खिलचीपुर
2. राकेश पिता रूपा कंजर
3. रतन पिता हरलाल कंजर
4. जालम पिता हरलाल कंजर
5. मुनीम पिता पूनमचंद कंजर
6. रामपाल पिता रामकिशन कंजर सर्व निवासी नारायणपुरा थाना झालरा पाटन सदर जिला झालावाड राजस्थान
जिनकी तलाश सरगर्मी से राजगढ पुलिस के द्वारा की जा रही है। प्रत्येक अपराधी को पकड़वाने वाले अथवा सूचना देने पर पुलिस अधीक्षक राजगढ़ द्वारा पृथक से 10,000 – 10000 ₹ के इनाम की उद्घोषणा की गई है।
पुलिस की इस मेहनत की स्थानीय लोगों द्वारा भी सराहना की गई है एवम टीम के सभी सदस्यों का समाजजनो द्वारा सम्मान समारोह रखने की बात की गई है।
पुलिस महानिरीक्षक महोदय भोपाल झोन श्री योगेश देशमुख द्वारा अत्यंत हर्ष व्यक्त किया गया है। इस अभूतपूर्व सफलता में विशेष रूप से गठित अनुसंधान दल में निम्नलिखित का विशेष योगदान रहा:-
1. उपनिरीक्षक वीरेंद्र धाकड थाना प्रभारी खिलचीपुर 2. उपनिरीक्षक अमृता सोलंकी 3. उपनिरीक्षक राकेश दामले, थाना खिलचीपुर
4. प्रआर कैलाश दांगी 5. आर. मोईन अंसारी 6. आर. विकास 7. आर. दिनेश गुर्जर 8. आर. श्याम शंकर पासी 9. आर. दिनेश किरार
10. आर प्रदीप दुबे 11. आर भूपेंद्र मुदगल 12. आर. शशांक सिंह यादव, सायबर सेल 13. आर रवि कुशवाह, सायबर सेल 14 आर. अभिषेक 15 प्रआर. राजेंद्र सिंह खींची 16 आर. राहुल 17 आर. रवि जांगडा 18 आर. सत्येंद्र 19 आर. प्रियंका 20 आर. जमुना प्रसाद साहु 21 आर. पवन 22 आर. सुनील व्यास 23 प्र.आर आनंदीलाल 24 आर इरफान खान 25 आर भेरूलाल 26 आर देवेंद्र रघुवंशी
27 आर सोनू 28 आर नवदीप 29 आर बिहारी