कोरोना वायरस 2019 क्या है जानिए
उज्जैन वीरेंद्र ठाकुर नोवल कोरोना वायरस 2019 एक नए प्रकार का घातक वायरस है जो प्रथम बार चीन के हुबई प्रांत के वुहान शहर में चल रहे निमोनिया के महामारी में पाया गया है
अभी तक नोवल कोरोना वायरस 2019 का पक्के तौर पर स्त्रोत का पता नहीं चला है कोरोना वायरस फैमिली में कई तरह के वायरस आते हैं जो मनुष्य में सर्दी खांसी जैसी बीमारियों से लेकर
SARS(Severe Acute Respiratory syndrome) व MERS(middle East Respiratory Syndrome) जैसी गंभीर बीमारियों के लिए जिम्मेदार हैं यह वायरस जानवरों में भी पाया जाता है प्रारंभ में इस बीमारी के मरीजों का संबंध वुहान शहर मैं सी_ फूड (Sea Food)
मार्केट व जानवरों के बाजार से था अतः यह संभावना है की यह वायरस जानवरों से मनुष्य में आया है
(1)इस रोग के प्रारंभिक लक्षण तेज बुखार खांसी व सांस लेने में तकलीफ
मनुष्यों से मनुष्यों में यह बीमारी खासते व छिकने से फेलती है
आज दिनांक 3-2- 2020 तक इस बीमारी के केरल राज्य से 3 मरीजों की पुष्टि हुई है
भारत सरकार द्वारा स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है इस संबंध में समय-समय पर दिशा निर्देश राज्य सरकार को दिए जा रहे हैं राज्य सरकार द्वारा समाचार पत्र आदि में विभिन्न प्रचार प्रसार से बचाव व नियंत्रण के संबंध में प्रचार प्रसार किया जा रहा है संभावित मरीजों का लक्षण होने पर जांच के लिए नमूना एकत्रित करने व NIV पुणे लैब भेजने की सुविधा जिला चिकित्सालय पर उपलब्ध है
नोवल कोरोना वायरस से कैसे बचा जा सकता है
चीन या प्रभावित देशों की अत्यंत आवश्यक होने पर ही यात्रा करें
व्यक्तिगत साफ सफाई का ध्यान रखें
बार-बार साबुन व पानी से अच्छी तरह हाथ धोएं
खासने व छिकते समय मुंह पर रुमाल व कपड़ा रखें
यदि किसी नोवल कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज के संपर्क में आ जाते हैं तो संपर्क में आने वाले दिन से 28 दिन तक निम्नलिखित लक्षणों पर निगरानी रखें एवं आइसोलेशन में रहे तेज बुखार खांसी सांस लेने में तकलीफ या सांस चलना यदि उपरोक्त में से कोई भी लक्षण प्रकट होता है तो तुरंत नजदीक के शासकीय स्वास्थ्य संस्था में जाकर जांच कराएं व चिकित्सा की सलाह लें तथा संपर्क में आने वालों की जानकारी चिकित्सक को देवें
डॉक्टर अनसुईया गवलि सीएमएचओ उज्जैन