राष्ट्रपति पद की रेस में शरद पवार? माजिद मेमन ने किया ये दावा
माजिद मेमन ने कहा कि इसके लिए सभी गैर-बीजेपी दलों को एक साथ लाया जा रहा है. 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की लहर को कम करने में भी इससे मदद मिलेगी.
- मेमन ने कहा- पवार के लिए समर्थन जुटाने का काम शुरू
- पवार के राष्ट्रपति बनने से 2024 में फीकी पड़ेगी BJP लहर
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अध्यक्ष शरद पवार अब राष्ट्रपति पद की रेस में हैं. यह दावा एनसीपी सांसद माजिद मेमन ने किया. माजिद मेमन ने कहा कि शरद पवार को अगला राष्ट्रपति बनाने के लिए समर्थन जुटाने की कोशिश हो रही है जिसके सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं. साल 2022 तक इसके लिए सभी गैर-बीजेपी दलों को एक साथ लाया जाएगा. 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की लहर को कम करने में भी इससे मदद मिलेगी.
शरद पवार महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी की सरकार बनवाने में किंगमेकर की भूमिका में उभरे हैं. शरद पवार की कोशिशों के बाद ही महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी एक साथ आई और सरकार बनी. शरद पवार ने कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनवाने में बड़ी भूमिका निभाई. इसके साथ ही उद्धव ठाकरे का नाम मुख्यमंत्री पद पर तय कराने में भी पवार की अहम भूमिका मानी जाती है. महाराष्ट्र में सरकार बनने के बाद शरद पवार का सियासी कद और बढ़ गया है.
शरद पवार ने अभी हाल में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) विरोधी रुख को समर्थन दिया. बनर्जी को लिखे पत्र में पवार ने लिखा, “मैं पूरी तरह से आपकी चिंता से सहमत हूं और सभी समान विचारधारा वाले नेताओं और दलों के साथ सीएए के कार्यान्वयन और प्रस्तावित राष्ट्रव्यापी राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में एकजुटता से खड़े होने के लिए प्रतिबद्ध हूं. बता दें, कई पार्टियां सीएए के खिलाफ खड़ी हो गई हैं जिनमें शरद पवार की पार्टी शिवसेना भी शामिल है.