MP: राजनीति शास्त्र की परीक्षा में क्रांतिकारी-आतंकी वाले सवाल पर बवाल
यह प्रश्न गुना के सरकारी कॉलेज में एमए राजनीति शास्त्र की परीक्षा के दौरान पूछा गया था. यह परीक्षा 20 दिसंबर को हुई थी. इस परीक्षा में पूछे गये प्रश्न का मामला सामने आने के बाद छात्र संगठन डेमोक्रेटिक स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन (डीएसओ) ने कॉलेज प्रबंधन के सामने कड़ी आपत्ति जाहिर की.
- मध्य प्रदेश के गुना में एमए की परीक्षा में पूछा प्रश्न
- कॉलेज ने वीसी को कराया छात्रों की आपत्ति से अवगत
एक तरफ देश में नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर को लेकर घमासान मचा है, वहीं दूसरी तरफ अब कांग्रेस शासित मध्य प्रदेशमें एक नया विवाद खड़ा हो गया है. मध्य प्रदेश के ग्वालियर की जीवाजी यूनिवर्सिटी की परीक्षा में क्रांतिकारियों को आतंकवादी बताते हुए उनमें और उग्रवादियों में अंतर पूछे जाने पर छात्रों ने आपत्ति जताई है.
जानकारी के अनुसार यह प्रश्न कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के निर्वाचन क्षेत्र गुना के सरकारी कॉलेज में एमए राजनीति शास्त्र की परीक्षा के दौरान पूछा गया था. यह परीक्षा 20 दिसंबर को हुई थी. इस परीक्षा में पूछे गये प्रश्न का मामला सामने आने के बाद छात्र संगठन डेमोक्रेटिक स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन (डीएसओ) ने कॉलेज प्रबंधन के सामने कड़ी आपत्ति जाहिर की.
क्रांतिकारियों को आतंकवादी बताए जाने से भड़के छात्र संगठन डीएसओ ने क्रांतिकारियों को लेकर सरकार के दृष्टिकोण पर सवाल उठाए. डीएसओ के अध्यक्ष सुनील सेन ने इस संबंध में कहा कि हम पाठ्यक्रम में शहीदों की वीरगाथा और उनके बलिदान को पढ़ाये जाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन इस सरकार में उल्टा हो रहा है. उन्होंने कहा कि भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद जैसे क्रांतिकारियों को आतंकवादी बताया जा रहा है. उन्होंने इसे शहीदों का अपमान बताया.
कॉलेज ने वीसी को कराया अवगत
इस पूरे मसले पर पीजी कॉलेज के प्रधानाचार्य वीके तिवारी ने सफाई दी है. तिवारी कहा कि प्रश्न पत्र यूनिवर्सिटी से ही तैयार होकर आता है. कॉलेज का इसमें कोई रोल नहीं है. उन्होंने कहा कि इसे लेकर छात्रों की आपत्ति से हमने जीवाजी यूनिवर्सिटी के वीसी को अवगत करा दिया है.